Sovereign Gold Bond Scheme: इस सरकारी स्कीम ने निवेशकों को किया मालामाल, जानिए क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
2016-17 की तीसरी सीरीज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) रखने वाले निवेशक अब अंतिम रिडेम्प्शन का इंतजार कर रहे हैं. RBI ने प्रति यूनिट 7,788 रुपये की रिडेम्प्शन कीमत और तारीख, 16 नवंबर, 2024 का खुलासा किया है. यहां जानें पूरी डिटेल्स.

Sovereign Gold Bond Scheme: SGB 2016-17 III सीरीज के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के इन्वेस्टर्स को शनिवार 16 नवंबर 2024 को उनका फाइनल रिडेम्पशन पेमेंट मिलेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रिडेम्पशन प्राइस की घोषणा की है, जो रिडेम्पशन डेट से पहले के सप्ताह के लिए सोना के क्लोजिंग प्राइस के सिंपल एवरेज पर आधारित है.
सॉवरेन गोल्ड बांड की SGB 2016-17 सीरीज III प्लान में इन्वेस्टर्स को ओरिजिनल इश्यू प्राइस पर 159% का बड़ा रिटर्न मिलेगा, जिसमें अक्यूम्यलेटिव इंटरेस्ट भी शामिल है.
SGB 2016-17 सीरीज III रिडेम्पशन प्राइस
RBI की आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, SGB 2016-17 की तीसरी सीरीज के लिए रिडेम्पशन प्राइस 7,788 रुपये प्रति यूनिट है, जो कि इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJS) की ओर से प्रकाशित 4-8 नवंबर 2024 के बीच 999 शुद्धता वाले सोने के एवरेज क्लोजिंग प्राइस पर आधारित है.
SGB 2016-17 सीरीज III का डेट
फाइनल रिडेम्पशन 16 नवंबर, 2024 को होगा, जबकि अगले दिन 17 नवंबर को छुट्टी होगी. बॉन्ड धारकों को ध्यान देना चाहिए कि 8 साल की बॉन्ड अवधि इसी तारीख को समाप्त होगी. इसके अलावा RBI ने स्पष्ट किया कि बांड की रिडेम्पशन राशि इन्वेस्टर्स के निर्दिष्ट बैंक खातों में जमा की जाएगी और यह राशि रिडेम्पशन के समय सोने के बाजार मूल्य को दर्शाएगी.
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)?
SGBs सरकारी सिक्योरिटी हैं, जिनका मूल्य ग्राम सोने में होता है. भारत सरकार की ओर से जारी एक वित्तीय उत्पाद है, जिसे रियल गोल्ड की कीमत के आधार पर निवेशकों को सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह इन्वेस्टर्स को सोने में निवेश करने का मौका देता है, बिना फिजिकल गोल्ड को रखने की चिंता किए.
एसजीबी के लाभ
RBI की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, इन्वेस्टर्स की ओर से भुगतान की गई सोने की राशि सुरक्षित रहती है क्योंकि वह रिडेम्पशन/समयपूर्व रिडेम्पशन के समय वर्तमान बाजार मूल्य प्राप्त करता है. SGB असली सोना रखने का एक बेहतर विकल्प है. निवेशकों को परिपक्वता पर सोने के बाजार मूल्य की गारंटी दी जाती है और मासिक ब्याज मिलता है. ज्वेलरी के रूप में सोने के मामले में SGB मैन्युफैक्चरिंग प्राइस और शुद्धता जैसी चिंताओं से छुटकारा मिलता है. बांड RBI के रिकॉर्ड या डीमैट फॉर्म में रखे जाते हैं, जिससे स्क्रिप लॉस आदि का खतरा खत्म हो जाता है.