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हॉस्टल में पका रहे थे गोमांस, ओडिशा में 7 इंजीनियरिंग स्टूडेंट पर कड़ा एक्शन

Odisha: ओडिशा की एक इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों ने हॉस्टल में गौमांस पकाया था, जिसके बाद हॉस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों के एक समूह ने डीन को घटना की सूचना दी. वहीं कॉलेज प्रशासन ने इस पर एक्शन लिया है.

हॉस्टल में पका रहे थे गोमांस, ओडिशा में 7 इंजीनियरिंग स्टूडेंट पर कड़ा एक्शन
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महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज ओडिशा
सचिन सिंह
by: सचिन सिंह

Published on: 16 Sept 2024 1:15 PM

Odisha: ओडिशा के ब्रह्मपुर में पराला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज (Maharaja Engineering College) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां सात छात्रों को कथित तौर पर गौमांस पकाने के आरोप में हॉस्टल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इसे लेकर कॉलेज और हॉस्टल में तनाव का माहौल है. प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कॉलेज परिसर में अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र कल्याण के डीन ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी किया, जिसमें कहा गया कि छात्रों को 'प्रतिबंधित गतिविधियों' में शामिल होने के कारण निष्कासित किया गया है. वे सभी हॉल ऑफ रेजिडेंस के नियमों और आचार संहिता का उल्लंघन था. हालांकि, इन प्रतिबंधित गतिविधियों के बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई.

रिपोर्ट में आगे ये भी बताया गया कि निष्कासित छात्रों में से एक पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार रात को हॉस्टल में छात्रों ने 'गोमांस पकाया ' था. इसके बाद छात्रावास में रहने वाले छात्रों के एक अन्य समूह ने डीन को घटना की सूचना दी थी.

हॉस्टल के अन्य छात्रों ने की थी शिकायत

छात्रों की शिकायत में कहा गया है, 'हम सभी छात्रों के मूल्यों और विश्वासों का सम्मान करने के महत्व को समझते हैं. इस घटना (कथित तौर पर गोमांस पकाने की घटना) ने अशांति पैदा की है, जिससे तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया है. मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि इस घटना में शामिल बोर्डर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.'

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने भी कॉलेज पहुंचे और प्रिंसिपल से मुलाकात कर छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. कॉलेज प्रशासन ने छात्रावास में रहने वाले कुछ छात्रों की शिकायत के बाद आरोपों की जांच की. जांच में पता चला कि छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने कॉलेज परिसर में कुछ प्रतिबंधित गतिविधियों को अंजाम दिया था, जिसके कारण उन्हें कॉलेज से निकाल दिया गया.

उत्तर प्रदेश में नॉन-वेज बिरयानी लाने पर बवाल

उत्तर प्रदेश के अमरोहा से भी इसी महीने एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें एक स्कूल के प्रिंसिपल ने स्कूल में नॉन-वेज बिरयानी लाने के आरोप में क सात वर्षीय छात्र को निष्कासित कर दिया था. छात्र की मां ने जब अपने बच्चे के निष्कासन का कारण पूछा तो प्रिंसिपल को अपमानजनक टिप्पणी करते हुए भी देखा गया. जनता की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अमरोहा के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) सुधीर कुमार ने घोषणा की कि बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) और जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.

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