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समंदर में सावरकर और अंग्रेजों की गोलियां... फ्रांस में कुछ ऐसी थी भारत के 'वीर' की कहानी

पीएम मोदी ने मार्सिले पहुंचकर इस शहर के भारत की आजादी में विशेष महत्व का उल्लेख किया. 1910 में, वीर सावरकर को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें भारत ले जाया जा रहा था. लेकिन मार्सिले बंदरगाह पर उन्होंने जहाज से कूदकर भागने का साहसिक प्रयास किया था.

समंदर में सावरकर और अंग्रेजों की गोलियां... फ्रांस में कुछ ऐसी थी भारत के वीर की कहानी
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Published on: 13 Feb 2025 8:03 AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान मंगलवार को दक्षिणी शहर मार्सिले का दौरा किया. बंदरगाह शहर में पहुंचने के बाद, पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व के प्रतीक वीर सावरकर को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने 1910 में मार्सिले में "भारत की स्वतंत्रता की खोज" में साहसिक पलायन किया था.

मार्सिले फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर और एक प्रमुख बंदरगाह है, जिसका भारत से ऐतिहासिक संबंध रहा है. यह शहर नेपोलियन बोनापार्ट और फुटबॉलर जिनेदिन जिदान जैसी हस्तियों का घर है और दुनियाभर से पर्यटक इसकी खूबसूरती देखने आते हैं.

मार्सिले का किस्सा और फ्रांस से वीर सावरकर

पीएम मोदी ने मार्सिले पहुंचकर इस शहर के भारत की आजादी में विशेष महत्व का उल्लेख किया. 1910 में, वीर सावरकर को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें भारत ले जाया जा रहा था. लेकिन मार्सिले बंदरगाह पर उन्होंने जहाज से कूदकर भागने का साहसिक प्रयास किया था. हालांकि, उन्हें फिर से पकड़ लिया गया, लेकिन यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में साहस और बलिदान का प्रतीक बन गई.

प्रधानमंत्री मोदी ने मार्सिले पहुंचकर सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट कर लिखा कि, मार्सिले में उतरा. भारत की स्वतंत्रता की खोज में इस शहर का विशेष महत्व है. यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसपूर्वक भागने का प्रयास किया था. मैं मार्सिले के लोगों और उस समय के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मांग की थी कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में न सौंपा जाए. वीर सावरकर की बहादुरी आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करती है!

जब ब्रिटिश हुकूमत ने सावरकर को गिरफ्तार किया, तो उन्हें पेशी के लिए भारत ले जाया जा रहा था. इस दौरान, सावरकर ने ब्रिटिश जहाज से छलांग लगाकर भागने का साहसिक प्रयास किया. जब वे समुद्र तैरकर मार्सिले के किनारे पहुंचे, तो फ्रांसीसी अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया. फ्रांस ने तर्क दिया कि सावरकर को ब्रिटिश अधिकारियों को सौंपना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन होगा. यह मामला बाद में कोर्ट तक पहुंचा, लेकिन ब्रिटिश दबाव के चलते सावरकर को वापस ब्रिटिश हिरासत में भेज दिया गया.

मशहूर पर्यटन स्थल है मार्सिले

मार्सिले एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो अपने अनूठे इतिहास और खूबसूरत इमारतों के लिए जाना जाता है. यह शहर खूबसूरत बीचेस, नैशनल पार्क, वाइब्रैंट स्ट्रीट, कैफे, म्यूजियम, चर्च और ऐतिहासिक इमारतों का केंद्र है. यहां सुबह की सैर, फोटोग्राफी और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया जा सकता है. कारीगरी और फूलों से सजी गलियों-बालकनियों में घूमना एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है.

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