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कौन हैं पुलिस अधिकारी जया रॉय और आशीष बत्रा? Tahawwur Rana से उगलवा रहे एक-एक राज

Tahawwur Rana NIA Investigation: मुबंई हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा एनआईए की 18 दिन की कस्टडी में है. राष्ट्रीय एजेंसी उससे हमले के पीछे के कारण का पता लगा रही है. हमले की साजिश किसने और किसके कहने पर की इसकी भी पूछताछ की जा रही है. राणा से सीनियर ऑफिसर जया रॉय और आशीष बत्रा सच उगलवाने के लिए कई तरीके को अपना रहे हैं.

कौन हैं पुलिस अधिकारी जया रॉय और आशीष बत्रा? Tahawwur Rana से उगलवा रहे एक-एक राज
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( Image Source:  @FltLtAnoopVerma )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 12 April 2025 2:15 PM

Tahawwur Rana NIA Investigation: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया गया. अभी वह 18 दिन के लिए एनआईए की कस्टडी में है. अब उससे इस पूरे हमले को लेकर पूछताछ की जा रही है. इस पूछताछ की जिम्मेदारी दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जया रॉय और आशीष बत्रा संभाल रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, दोनों सीनियर ऑफिसर राणा ने सच उगलवाने के लिए हर तरीके को अपना रहे हैं. इन दोनों अफसरों ने राणा को अमेरिका से भारत लाने में भी अहम भूमिका निभाई है. अब जया रॉय और आशीष बत्रा 12 सदस्यों वाली नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जो इस मामले की पूरी जांच करेगी.

कौन है जया रॉय?

डीआईजी जया रॉय झारखंड कैडर की 2011 बैच के आईपी ऑफिसर हैं. वर्तमान में वह एनआईए में डीआईजी के पद को रही हैं. रॉय का जन्म 22 अप्रैल, 1979 को हुआ था. वह बंगाल के रहने वाले हैं. उन्होंने MBBS की पढ़ाई पूरी की और फिर UPSC परीक्षा पास की. उन्हें साल 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर 4 साल के लिए एसपी के रूप NIA में भेजा गया और फिर बाद में इस अवधि को बढ़ाया गया. वह जामताड़ा में साइबर अपराधियों पर नकेल कस चुके हैं. एक मामले पर तो बेव सीरीज भी बनी थी.

जानें आशीष बत्रा के बारे में

आशीष बत्रा NIA में आईजी का पद संभाल रहे हैं. वह झारखंड कैडर के 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्हें 2019 में पांच साल के कार्यकाल के लिए एनआईए में भेजा गया था. फिर गृह मंत्रालय ने 15 सितंबर, 2024 को दो साल के लिए बढ़ा दिया था. बत्रा जिस भी मिशन को हाथ में लेते हैं, उसे पूरा करके ही शांत बैठते हैं. उन्होंने नक्सलियों की संपत्ति को UAPA कानून के तहत पहचान करके उसकी जांच शुरू की. राणा के खिलाफ भी वह वैसे ही सख्त कार्रवाई करने वाले हैं.

आशीष बत्रा ने झारखंड पुलिस के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया है. कई आईजी अभियान को सफल किया है. एनआईए में शामिल होने से पहले बत्रा 20 जनवरी 2018 से उग्राद विरोधी यूनिट झारखंड जगुराई के आईजी थे. कानूनी के प्रति वफादार और अपने काम के प्रति ईमानदार रहते हैं.

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