अगले महीने भाजपा को मिलेगा राष्ट्रीय अध्यक्ष, डेट फिक्स? जोधपुर बनेगा पावर सेंटर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आगामी तीन दिवसीय समन्वय बैठक (5 से 7 सितंबर) राजनीतिक हलकों में खास चर्चा का विषय बन गई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर गहन विचार-विमर्श हो सकता है.पार्टी और संघ दोनों के शीर्ष नेता इस बैठक में शिरकत करेंगे, जिससे इसकी अहमियत और बढ़ गई है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आगामी तीन दिवसीय समन्वय बैठक (5 से 7 सितंबर) राजनीतिक हलकों में खास चर्चा का विषय बन गई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर गहन विचार-विमर्श हो सकता है.पार्टी और संघ दोनों के शीर्ष नेता इस बैठक में शिरकत करेंगे, जिससे इसकी अहमियत और बढ़ गई है.
इस उच्चस्तरीय बैठक में न केवल बीजेपी बल्कि संघ से जुड़े सभी प्रमुख संगठन अपने-अपने कार्यों की समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. साथ ही, कई समकालीन विषयों जैसे अमेरिकी व्यापार शुल्क और आगामी शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर भी चर्चा होगी.
बैठक में शामिल होंगे संघ और बीजेपी के बड़े नेता
सूत्रों के अनुसार, इस समन्वय बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह और राष्ट्रीय कार्यकारी मंडल के सदस्य मौजूद रहेंगे. इसके अलावा संघ से जुड़े सभी उप-संगठनों के प्रमुख भी शामिल होंगे. बीजेपी की ओर से पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महासचिव बी.एल. संतोष, सुनील बंसल, शिवप्रकाश, सौदान सिंह और वी. सतीश जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.
32 संगठनों की भागीदारी
इस बैठक की खासियत यह होगी कि इसमें बीजेपी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच, वनवासी कल्याण और सेवा समिति सहित 32 संगठनों के प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे. सभी संगठन पिछले एक वर्ष की गतिविधियों और उपलब्धियों की रिपोर्ट संघ नेतृत्व को सौंपेंगे.
नए बीजेपी अध्यक्ष पर चर्चा के आसार
राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर खास उत्सुकता है कि क्या इस बैठक में बीजेपी के नए अध्यक्ष का नाम तय किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, इस मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा हो सकती है. वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल अब समाप्ति की ओर है, ऐसे में पार्टी की नई दिशा और नेतृत्व को लेकर मंथन होना स्वाभाविक है.
शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर भी जोर
आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष (2025) की तैयारियों को लेकर भी इस बैठक में विस्तृत योजना बना सकता है. इस दौरान संगठन द्वारा चलाए जाने वाले जागरूकता अभियान, कार्यक्रम और राष्ट्रव्यापी गतिविधियों पर चर्चा होगी. इसी बीच, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 26 और 28 अगस्त को दिल्ली के विज्ञान भवन में विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों से मुलाकात करेंगे. 28 अगस्त को वे दो दिनों के दौरान लिखित रूप में पूछे गए सवालों का जवाब भी देंगे. याद रहे कि वर्ष 2018 में भी इसी तरह का कार्यक्रम विज्ञान भवन में आयोजित किया गया था.