ई-सिगरेट पी रही थी महिला, फर्जी पुलिस बनकर मांगा 50,000 रुपये, फिर क्या हुआ? देखें VIDEO
Mumbai Police Arrest Fake Cop: मुंबई से एक मामला सामने आया, फर्जी पुलिस बनकर एक महिला से 50,000 रुपये ऐंठने की कोशिश की. मामले को लेकर पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं इसमें आगे की जांच जारी है.

Mumbai Police Arrest Fake Cop: एक व्यक्ति को फर्जी पुलिस बनकर ऑटो में महिला से 50,000 रुपये की रंगदारी मांगना भारी पड़ गया. मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के भीतर मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और घटना वीडियो भी पुलिस ने अपने इंस्टा. पेज पर शेयर किया है.
शेयर किए गए वीडियो में एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पवई इलाके में एक महिला से 50,000 रुपये ऐंठने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि वह ई-सिगरेट (वेप) पी रही थी. सादे कपड़ा पहने इस व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए महिला को हिरासत में लिया और ऑटो-रिक्शा में बैठे-बैठे पैसे मांगे. हालांकि, महिला की सूझबूझ ने मामले को पलट दिया और इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.
पवई इलाके में हुई घटना
पवई इलाके में एक व्यक्ति महिला के पास पहुंचा और उस पर ई-सिगरेट का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और उसे कानूनी सजा की धमकी दी. उसने दावा किया कि अगर उसने मांगी गई रकम नहीं दी तो वह उसे पवई पुलिस स्टेशन ले जाएगा. धमकी के बावजूद, महिला को तुरंत लगा कि कुछ तो गड़बड़ है. उसने अपने फोन से इसे रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया, ताकि इसकी सबूत पुलिस को दिखा सके.
जब उस आदमी को एहसास हुआ कि उसका वीडियो बनाया जा रहा है, तो वह जल्दी से ऑटो-रिक्शा से उतर कर भाग गया. महिला की समझदारी रंग लाई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की.
पुलिस ने कार्रवाई कर मामला किया दर्ज
वीडियो जारी होने के 12 घंटे के भीतर ही MIDC पुलिस ने जबरन वसूली की कोशिश में शामिल तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया था. उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू की गई, जिसमें धारा 201, 319 (2), 62 और 3(4) शामिल हैं, जो जबरन वसूली, प्रतिरूपण और आपराधिक साजिश से संबंधित आरोप हैं.
पुलिस ने ये भी बताया कि नकली पुलिस अधिकारी महिला से 50,000 रुपये की मांग कर रहा था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पुष्टि की कि जांच जारी है और वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि साजिश में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं.