मिलिए नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा से...क्या रतन टाटा की गद्दी का वारिस तय हो गया है? जानें कौन होगा उत्तराधिकारी
रतन टाटा की उत्तराधिकारी की चर्चा फिर तेज हो गई है.नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा को टाटा ग्रुप का अगला चेहरा बताया जा रहा है.32 वर्षीय नेविल टाटा ने हाल ही में कंपनी के कुछ अहम प्रोजेक्ट्स में सक्रिय भूमिका निभाई है, जिससे अटकलें बढ़ गई हैं कि क्या अब टाटा साम्राज्य की गद्दी का वारिस तय हो गया है?
Who is Neville Tata: भारत के सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों में से एक, टाटा समूह में अब नई पीढ़ी की एंट्री हो चुकी है. नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा को Sir Dorabji Tata Trust (SDTT) के बोर्ड में शामिल किया गया है. यह फैसला टाटा ट्रस्ट्स की मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया, जिसे समूह की अगली पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
नेविल टाटा वर्तमान में टाटा ग्रुप के कई रिटेल कारोबारों जैसे ट्रेंट लिमिटेड, स्टार बाजार और जूडियो (Zudio) से जुड़े हैं. उनके नेतृत्व में जूडियो ब्रांड ने हाल के वर्षों में जबरदस्त सफलता हासिल की है. अब टाटा ट्रस्ट्स के बोर्ड में शामिल होकर उन्होंने समूह के शीर्ष स्तर के संचालन में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है.
Sir Dorabji Tata Trust में नेविल टाटा की एंट्री
टाटा ट्रस्ट्स ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट (SDTT) के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ की आज हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि भास्कर भट्ट और श्री नेविल टाटा को 12 नवंबर 2025 से तीन वर्ष की अवधि के लिए ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया जाए. इसके साथ ही बोर्ड ने वेंणु श्रीनिवासन को भी ट्रस्टी और वाइस चेयरमैन नियुक्त किया है. नेविल टाटा की नियुक्ति को खास इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि यह नोएल टाटा की नेतृत्व भूमिका को और मजबूत करेगी, जो फिलहाल Tata Trusts के चेयरमैन हैं.
टाटा ट्रस्ट्स की भूमिका और महत्व
Tata Trusts, भारत की सबसे पुरानी और एशिया की सबसे बड़ी परोपकारी संस्थाओं में से एक है, जिसकी स्थापना 1892 में हुई थी. यह संस्था Tata Sons की 66% हिस्सेदारी रखती है — जो पूरे टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है. ट्रस्ट्स ने देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, जल स्वच्छता, ग्रामीण विकास और जीविकोपार्जन जैसे क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है.
नेविल टाटा- नई पीढ़ी का चेहरा
32 वर्षीय नेविल टाटा को टाटा परिवार की नई पीढ़ी का नेतृत्व चेहरा माना जा रहा है. उन्होंने मुंबई में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद लंदन की Bayes Business School से बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की. उनकी वैश्विक शिक्षा और आधुनिक सोच ने उन्हें टाटा समूह के नए युग का प्रतिनिधि बना दिया है. नेविल टाटा, नोएल टाटा और आलू मिस्त्री के बेटे हैं. आलू मिस्त्री, दिवंगत उद्योगपति सायरस मिस्त्री की बहन हैं. नेविल की दो बहनें- माया टाटा और लिया टाटा हैं. साल 2019 में उन्होंने मानसी से शादी की थी.
रिटेल सेक्टर में सफलता की कहानी
नेविल टाटा ने साल 2016 में ट्रेंट लिमिटेड से अपने करियर की शुरुआत की थी. आज वे स्टार बाजार और जूडियो (Zudio) जैसे ब्रांड्स की रणनीति और संचालन की देखरेख कर रहे हैं. जूडियो ने हाल के वर्षों में भारतीय बाजार में अपनी सस्ती और स्टाइलिश फैशन रेंज के जरिए अपार लोकप्रियता हासिल की है.
भविष्य की जिम्मेदारी की तैयारी
टाटा ट्रस्ट्स में उनकी नियुक्ति को इस बात के संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि अब समूह में नेतृत्व की बागडोर धीरे-धीरे अगली पीढ़ी को सौंपी जा रही है. नेविल टाटा पारंपरिक मूल्यों और आधुनिक प्रबंधन सोच का मिश्रण लेकर टाटा समूह की विरासत को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं.
संस्थागत मजबूती और Noel Tata की भूमिका
टाटा ट्रस्ट्स में हाल ही में आंतरिक मतभेदों की खबरें सामने आई थीं, खासकर Tata Sons के बोर्ड में नामित निदेशकों की नियुक्ति को लेकर. ऐसे में नेविल टाटा की एंट्री को नोएल टाटा के नेतृत्व को स्थिर और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है.





