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Birth of Universe: किसी और यूनिवर्स में है एंटीमैटर? बिग बैंग के बाद हमारे ब्रह्मांड का अस्तित्व क्यों?

बिग बैंग के बाद मैटर और एंटीमैटर बराबरी की मात्रा में बने थे, फिर एंटीमैटर कहां गायब हो गया? क्या यह रहस्य किसी और यूनिवर्स से जुड़ा है? जानिए वैज्ञानिकों की रिसर्च और ब्रह्मांड के अस्तित्व का राज!

Birth of Universe: किसी और यूनिवर्स में है एंटीमैटर? बिग बैंग के बाद हमारे ब्रह्मांड का अस्तित्व क्यों?
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बिग बैंग के समय, वैज्ञानिकों का मानना है कि मैटर और एंटीमैटरइक्वल क्वांटिटी में बने थे. लेकिन आज जो ब्रह्मांड हम देखते हैं, वह पूरी तरह से मैटर से भरा है. एंटीमैटर लगभग गायब हो चुका है. यह सोचने पर मजबूर करता है कि ऐसा क्यों हुआ. अगर दोनों का जन्म एक साथ हुआ था, तो एंटीमैटर कहां गया और ब्रह्मांड में सिर्फ मैटर क्यों बचा? यह सवाल वैज्ञानिकों के लिए बहुत बड़ा रहस्य है, और इस रहस्य को सुलझाने के लिए कई थ्योरीज़ और रिसर्च चल रही हैं.

ब्रह्मांड के अस्तित्व का यह रहस्य फिजिक्स और क्वांटम मैकेनिक्स के गहरे सिद्धांतों से जुड़ा हुआ है. वैज्ञानिकों का मानना है कि जब बिग बैंग हुआ, तब दोनों मैटर और एंटीमैटर समान मात्रा में बने थे, लेकिन जैसे-जैसे ब्रह्मांड ने विस्तार लिया, कुछ असामान्य घटनाएं हुईं जिन्होंने इस असंतुलन को जन्म दिया. तो, आखिर मैटर और एंटीमैटर के असंतुलन का कारण क्या है? लेकिन पहले समझते है ये दोनों हैं क्या

मैटर और एंटीमैटर क्या हैं?

मैटर और एंटीमैटर ब्रह्मांड के दो जरूरी हिस्से हैं, जो एक-दूसरे के विपरीत होते हैं.

  • मैटर: वह सबकुछ जो हमारी दुनिया को बनाता है—प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, और इलेक्ट्रॉन.
  • एंटीमैटर: यानी मैटर का उल्टा वर्शन. इसमें कणों का चार्ज और प्रॉपर्टीज उलटे होते हैं.

उदाहरण: इलेक्ट्रॉन का एंटीमैटर पॉज़िट्रॉन है, जिसका चार्ज सकारात्मक (+) होता है. जब मैटर और एंटीमैटर मिलते हैं, तो वे एक-दूसरे को खत्म (annihilate) कर देते हैं और रिलीज होती हैं सिर्फ और सिर्फ एनर्जी.

बिग बैंग के बाद क्या हुआ?

बिग बैंग के तुरंत बाद, मैटर और एंटीमैटर टकराए और बड़े पैमाने पर खत्म हो गए. सवाल यह है कि फिर भी मैटर कैसे बचा? वैज्ञानिक मानते हैं कि दोनों के खत्म होने के बाद जो थोड़ा सा मैटर बचा, उसी ने ब्रह्मांड को बनाया.

ब्रह्मांड में सिर्फ मैटर क्यों बचा? इस सवाल का जवाब पूरी तरह से नहीं मिला है, लेकिन कुछ थ्योरीज़ इसे समझाने की कोशिश करती हैं:

सीपी वायलेशन (CP Violation)

फिजिक्स के नियम कहते हैं कि मैटर और एंटीमैटर को एक जैसे व्यवहार करना चाहिए. लेकिन कुछ कणों के मामले में यह नियम टूट जाता है.

  • इसे चार्ज-पैरिटी वायलेशन कहते हैं.
  • जब कण, जैसे केऑन्स (Kaons) या बी-मीसन्स (B-Mesons), टूटते या यूं कहे डीके (decay) होते हैं, तो वे मैटर को एंटीमैटर से ज्यादा छोड़ते हैं.
  • यह इम्बैलेंस ब्रह्मांड में मैटर की अधिकता का कारण हो सकता है.

बैरोजेनेसिस (Baryogenesis)

बैरोजेनेसिस थ्योरी कहती है कि बिग बैंग के दौरान ब्रह्मांड में कुछ असामान्य प्रक्रियाएं हुईं, जिससे मैटर ज्यादा बचा.

  • यह प्रक्रिया प्रोटॉन और न्यूट्रॉन जैसे बैरॉन्स (Baryons) को एंटी-बैरॉन्स से ज्यादा बनने देती है.
  • यह थ्योरी अभी भी जांच के अधीन है, लेकिन यह मैटर और एंटीमैटर के असंतुलन को समझाने में मदद कर सकती है.

इन्फ्लेशन थ्योरी (Inflation Theory)

बिग बैंग के तुरंत बाद ब्रह्मांड तेजी से फैला.

  • इस तेजी से विस्तार ने मैटर और एंटीमैटर को अलग-अलग कर दिया.
  • हो सकता है कि एंटीमैटर ऐसी जगहों पर पहुंच गया हो जहां वह मैटर से टकरा नहीं सका.

सुलझाने के लिए हो रहे साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स

इस रहस्य को सुलझाने के लिए वैज्ञानिक कई प्रयोग कर रहे हैं:

पार्टिकल एक्सेलेरेटर्स (Particle Accelerators)

  • यूरोप के CERN लैब में बड़े पैमाने पर प्रयोग हो रहे हैं.
  • यहां पार्टिकल्स को तेज रफ्तार से टकराकर मैटर और एंटीमैटर के व्यवहार को समझा जा रहा है.

सीपी वायलेशन का अध्ययन

  • लार्ज हैड्रोन कोलाइडर (Large Hadron Collider) जैसे उपकरण इस पर काम कर रहे हैं.
  • केऑन्स और बी-मीसन्स के डिके में हुए असंतुलन को मापा गया है.

कॉस्मिक रे डिटेक्टर

यह उपकरण ब्रह्मांड के दूरदराज इलाकों में एंटीमैटर की खोज कर रहे हैं.

क्या एंटीमैटर कहीं छिपा है?

डार्क मैटर से कनेक्शन?

  • कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि शायद एंटीमैटर ने डार्क मैटर का रूप ले लिया हो.
  • डार्क मैटर ब्रह्मांड का लगभग 27% हिस्सा है, लेकिन इसे सीधे देखा नहीं जा सकता.

दूसरे ब्रह्मांड में एंटीमैटर?

  • मल्टीवर्स थ्योरी के अनुसार, हो सकता है कि एंटीमैटर किसी और ब्रह्मांड में चला गया हो.

ब्रह्मांड में इसका महत्व

अगर मैटर और एंटीमैटर बराबर मात्रा में खत्म हो जाते, तो ब्रह्मांड में कुछ भी नहीं बचता.

तारे, ग्रह, और हमारी पृथ्वी सभी मैटर की उस अतिरिक्त मात्रा की वजह से हैं जो बिग बैंग के बाद बची.

इसका मतलब यह है कि हमारा एक्सिस्टेंस एक छोटे से असंतुलन का नतीजा है.

वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं समझ पाए हैं कि एंटीमैटर क्यों गायब हो गया. लेकिन यह साफ है कि इस प्रक्रिया ने ब्रह्मांड को बनाया. हर नई खोज हमें यह समझने के और करीब ले जाती है कि हम यहां क्यों हैं?

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