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सरकार बन गई लेकिन गृह मंत्रालय पर अड़े हैं शिंदे! क्या होगा शिवसेना का भविष्य?

Maharashtra Cabinet Division: विभागों के बंटवारे पर बातचीत के बीच शिवसेना गृह मंत्रालय पर अड़ी हुई है. महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के गठन पर 8 दिसंबर तक स्पष्टता आने की उम्मीद है, 11 या 12 दिसंबर को विस्तार की संभावना है.

सरकार बन गई लेकिन गृह मंत्रालय पर अड़े हैं शिंदे! क्या होगा शिवसेना का भविष्य?
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Maharashtra Cabinet Division
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 7 Dec 2024 8:40 PM IST

Maharashtra Cabinet Division: महाराष्ट्र मंत्रिमंडल बंटवारे पर 8 दिसंबर तक स्पष्टता आ सकती है. इस बीच खबर आ रही है कि भले ही बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस सीएम बन गए हैं और एकनाथ शिंदे से डिप्टी सीएम का पद स्वीकार कर लिया है, लेकिन मामला अभी शांत नहीं हुआ है. शिंदे अब भी गृह मंत्रालय की मांग पर अड़े हुए हैं.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली कैबिनेट का विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की संभावना है. पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी से मिलकर बनी महायुति को भारी बहुमत मिलने के बावजूद आंतरिक खींचतान और दबाव के कारण नए मुख्यमंत्री ने 12 दिन बाद 5 दिसंबर को शपथ ली.

क्या होगा शिवसेना (एकनाथ शिंदे) का भविष्य?

एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से अलग होकर पार्टी को एक नया रुप तो दे दिया, लेकिन हालिया हुए चुनाव को लेकर अब उनकी पार्टी दांव पर लगी है. उनके सामने सरकार को पार्ट में पावर दिलाने का चैलेंज समेत अपने विधायकों को खुश रखना भी एक बड़ी चुनौती है. एक पार्टी चीफ के तौर पर शिंदे का असली टेस्ट अब शुरू हुआ है. इसे लेकर शिवसेना के भविष्य पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं.

जल्द ही विभागों के बंटवारे पर सुलझेगा विवाद

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फडणवीस के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने और एकनाथ शिंदे और अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही अब ध्यान नये मंत्रिमंडल के गठन पर केंद्रित हो गया है, जो कि काफी मुश्किल होने वाला है. भाजपा और अजित पवार गुट के सूत्रों ने बताया कि महायुति के तीनों सहयोगी दलों और गठबंधन के नेताओं की आंतरिक बैठकों में विभागों के आवंटन सहित मंत्रिमंडल की संरचना पर चर्चा की जा रही है.

विभागों के बंटवारे का फॉर्मुला

महायुति ने 288 सदस्यीय सदन में 230 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी एमवीए केवल 46 सीटें ही हासिल कर सके, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) शामिल थे. महायुति में सबसे आगे चल रही भाजपा को 132 सीटें मिली हैं और वह मुख्यमंत्री समेत 21-22 मंत्री पद अपने पास रख सकती है. सूत्रों के अनुसार शिवसेना को 11 से 12 विभाग मिल सकते हैं और अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं.

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