'वोट दिया इसका मतलब ये नहीं कि मेरे मालिक बन गए', आखिर क्यों मतदाताओं पर भड़के अजित पवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती दौरे के दौरान एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने समर्थकों और वोटरों पर नाराज होते नजर आए. उन्होंने कहा 'आपने मुझे वोट दिया है, इसका मतलब यह नहीं कि आप मेरे बॉस यानी मालिक बन गए. क्या आपने मुझे खेतिहर मजदूर बना दिया है?'

महाराष्ट्र के बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने ही समर्थकों पर बुरी तरह भड़क गए. हालांकि, इस घटना को लेकर महायुति के नेताओं ने उनका बचाव किया है. फिलहाल, उपमुख्यमंत्री की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. रविवार को अजित पवार ने पूरा दिन बारामती में बिताया और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. खास बात यह है कि उन्होंने बारामती से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी, जिससे यह इलाका उनके लिए विशेष महत्व रखता है. घटना के बाद समर्थकों और राजनीतिक हलकों में इस पर चर्चा तेज हो गई है.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती दौरे के दौरान एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने समर्थकों और वोटरों पर नाराज होते नजर आए. कार्यक्रम में कुछ समर्थकों ने विभिन्न मुद्दों पर उन्हें पत्र सौंपे, जिस पर पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आपने मुझे वोट दिया है, इसका मतलब यह नहीं कि आप मेरे बॉस यानी मालिक बन गए. क्या आपने मुझे खेतिहर मजदूर बना दिया है?'
विदेश दौरे से लौटकर बारामती पहुंचे
रविवार को विदेश दौरे से लौटने के बाद अजित पवार ने बारामती में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने बारामती के मेदाद में बारामती तालुका क्रय-विक्रय संघ परिसर में एक नए पेट्रोल पंप का उद्घाटन किया. इस दौरान नागरिकों ने लंबित कामों को लेकर बयान दिए. एक कार्यकर्ता द्वारा कई कार्य पूरे न होने का मुद्दा उठाने पर पवार गुस्सा हो गए और कहा, 'अरे, आपने मुझे वोट दिया है, इसका मतलब यह नहीं कि आप मेरे मालिक बन गए हो.'
कैबिनेट मंत्री का बचाव
एक और शिवसेना नेता और कैबिनेट मंत्री संजय शिरसात ने कहा कि कभी- कभी जब चुने हुए प्रतिनिधि काम करते हैं तो कुछ मतदाता कुछ खास मुद्दों पर जोर देते रहते हैं अब निर्वाचित प्रतिनिधि की टिप्पणियां दिखाई जाती है लेकिन मतदाताओं के बर्ताव की बात कहीं नहीं होती. ऐसे में जनप्रतिनिधि के कमेंट्स को हाईलाइट किया जाता है, जबकि मतदाताओं का व्यवहार कहीं नहीं दिखता.'