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'पहले अपने गिरेबान में झांके', ईरान के सुप्रीम लीडर को भारत ने दी नसीहत

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल में ही सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से भारत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. अब विदेश मंत्रालय ने ईरान को करारा जवाब दिया और कहा, हमारे देश पर टिप्पणी करने से पहले ईरान को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है.

पहले अपने गिरेबान में झांके, ईरान के सुप्रीम लीडर को भारत ने दी नसीहत
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निशा श्रीवास्तव
by: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 17 Sept 2024 8:26 AM IST

India on Ali Khamenei: भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को मुंह तोड़ जवाब दिया है. खामेनेई हमेशा भारत के खिलाफ बोलते नजर आते हैं, जिसे लेकर भारत ने क्लास लगाई है. विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में सोमवार 16 सितंबर को एक बयान जारी किया. जिसमें कहा गया कि, हमारे देश पर टिप्पणी करने से पहले ईरान को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है.

अली खामेनेई ने कुछ हाल ही में सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ विवाद टिप्पणी की थी. उन्होंने भारत को उन देशों की कैटेगरी में रखा, जहां पर मुसलमानों के साथ जुल्म हो रहे हैं. साथ ही विश्व के मुसलमानों से मुस्लिम आबादी की रक्षा करने के लिए एकजुट होने को कहा.

गाजा के साथ की तुलना

अली खामेनेई ने भारत की तुलना म्यांमार और गाजा के साथ की. इस दौरान वह खुद सुन्नी मुस्लिम और जातीय अल्पसंख्यकों के दमन के लिए विश्व में आलोचनाओं का सामना कर रहे थे. भारतीय विदेश मंत्रालय ने हमला बोलते कहा, इस तरह के बयान करने से पहले ईरान को अपने देश का रिकॉर्ड देख लेना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पोस्ट में कहा, ईरान के सुप्रीम लीडर की ओर से भारत के मुसलमानों के संबंध में की गई टिप्पणी की हम कड़ी निंदा करते हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

ईरान में महिलाओं पर अत्याचार

ईरान में कुर्द, बलूची और अरब जैसे जातीय अल्पसंख्यक आर्थिक और सांस्कृतिक दमन का शिकार हो रहे हैं. यहां की महिलाएं हिजाब कानून और मोरैलिटी कानून के तले जिंदगी काट रही हैं. जानकारी के अनुसार ईरान में अगर कोई महिला हिजाब कानून का उल्लंघन करती है तो उसे जेल, जुर्माना और शारीरिक दंड दिया जाता है.

फांसी के बढ़ रहे मामले

ईरान में बीते कुछ सालों में फांसी देने की संख्या बढ़ती जा रही है. इस ग्राफ पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने चिंता भी जाहिर की है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 8 महीनों में ईरान के अंदर 400 से अधिक लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई. अगस्त में 81 लोगों को फांसी दी गई. आपको बता दें कि ईरान में इस तरह के कई कानून बनाए गए हैं, जिससे महिलाओं के स्वतंत्र जीवन के अधिकार का हनन होता है.

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