घर से आ रही थी दुर्गंध लेकिन... अंधे माता- पिता ने बेटे के शव के साथ गुजारे 4 दिन
हैदराबाद से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. जहां एक अंधे माता-पिता अपने छोटे बेटे के शव के साथ चार दिन से रह रहे थे और उन्हें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी उसके बेटे की मौत हो चकी है. जिसके बाद घर से आ रही दुर्गंध के बारे पड़ोसियों द्वारा सावधान किए जाने के बाद पुलिस ने खुलासा किया है.

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. जहां एक अंधे माता-पिता अपने छोटे बेटे प्रमोद के साथ जीवन बिता रहे थे. फिर एक दिन उनका बेटा प्रमोद, माता- पिता को खाना देता और फिर सो जाता है लेकिन फिर नहीं उठता हैं और उसकी मौत हो जाती है लेकिन अंधे माता - पिता इस बात से अनजान थे और चार दिन तक बेटे के शव के साथ रह रहे होते है. तो आइए जानते हैं कि इस घटनाक्रम का किस प्रकार खुलासा हुआ है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसियों ने सावधान किया कि घर से अजीव दुर्गंध आ रही थी. जिसके बाद आस - पास के लोगों ने नागोले पुलिस को इस बात की जानकारी दी और फिर पुलिस ने इस मामले में घर के अंदर जाती है तो देखती है कि एक सड़ा गला शव पड़ा हुआ है और अंधे दंपति के. रमना, 60 और शांता कुमारी, 65 देखकर हैरान कर गई. पुलिस ने देखा कि अंधे माता- पिता उठने की हालत ने नहीं थे और मुहं से झाक निकल रहा था.
चार दिन पहले बेटे ने खिलाया था खाना
अलर्ट के बाद नागोले SHO ने बताया कि 'अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घर के अंदर जाने पर तीन लोग मिले, जिसमें दंपति के बेटे प्रमोद की मौत हो चुकी थी और उसका शव सड़ रहा था. जिसके बाद पुलिस ने दंपति को बाहर निकाला. प्रमोद के माता पिता ने बताया कि चार दिन पहले माता- पिता को खाना परोस कर सो गया था. पुलिस ने आगे कहा कि, हमें संदेह है कि प्रमोद की मौत नींद से हुई है. मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा.
पुलिस के मुताबिक बताया जा रहा है कि अंधे माता-पिता चार दिनों तक भोजन और पानी नहीं मिला क्योंकि उनका बेटा मर चुका था. चार दिनों से भूखे दंपति की अपने अंगों को हिलाने की स्थिति में भी नहीं थे. पुलिस ने दंपति को नहलाया और उन्हें भोजन और पानी पिलाया. पूछताछ करने करने पर पुलिस को उनके बड़े बटे प्रदीप के बारे में जानकारी दी. जो सरूरनगर में रहता हैं उन्होंने प्रदीप की घटना के बारे में प्रमोद के शव की सरकारी अस्पताल में भेज दिया है और उनके बड़ा बेटा आने के बाद से सौंप दिया जाएगा.