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'अगर जरूरत पड़ी तो...', मिडिल ईस्ट में रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय का एलान, इजरायल-हिजबुल्लाह वार से तनाव

Israel Hezbollah War: इजरायल , ईरान और मिडिल ईस्ट के अन्य देशों में चल रहे भारी युद्ध भरे तनाव के बीच वहां रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि अभी उड़ान जारी है, इसलिए हमने अभी वहां से भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया शुरू नहीं की है.

अगर जरूरत पड़ी तो..., मिडिल ईस्ट में रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय का एलान, इजरायल-हिजबुल्लाह वार से तनाव
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सचिन सिंह
By: सचिन सिंह

Updated on: 5 Oct 2024 8:09 AM IST

Israel Hezbollah War: मिडिल ईस्ट में चल रहे तनाव के बीच वहां रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. भारत ने शुक्रवार को कहा कि उसने अभी तक इजरायल , ईरान और मिडिल ईस्ट के अन्य देशों से भारतीयों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की है. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जो लोग भारत लौटना चाहते हैं उनके लिए अभी भी उड़ान सेवाएं उपलब्ध हैं.

रणधीर जायसवाल ने मौजूदा तनाव पर भारत के रुख के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर गहरी चिंता व्यक्त की थी. हमने कहा कि हिंसा और स्थिति हमारे लिए गहरी चिंता का विषय है. हमने सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान दोहराया था.' उन्होंने ये भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम भारतीयों को वहां से निकालने की प्रक्रिया भा शुरू कर देंगे.

सरकार के संपर्क में हैं सभी भारतीय

उन्होंने आगे बताया कि हालांकि, परिवारों ने भारतीय सरकार और उसके दूतावासों से संपर्क किया है. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि अभी तक, इज़राइल, ईरान और अन्य देशों से उड़ानें चल रही हैं, जो लोगों को अपनी इच्छा से आने-जाने की छूट देती है.

रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमारी राय में यह महत्वपूर्ण है कि यह संघर्ष व्यापक क्षेत्रीय आयाम न ले ले. अभी तक, इज़राइल, ईरान और अन्य देशों से उड़ानें चल रही हैं, इसलिए लोगों के पास विकल्प है कि वे अगर चाहें तो निकल सकते हैं. परिवारों ने हमसे और हमारे दूतावासों से संपर्क किया है, लेकिन इस समय, हमारे पास कोई निकासी प्रक्रिया नहीं चल रही है.'

आपको बता दें कि मिडिल ईस्ट देशों में भारतीय आबादी के बारे में विदेश मंत्रालय ने आंकड़े भी जारी किए हैं. इसमें लगभग 3,000 लोग लेबनान में रहते हैं. इज़राइल में 30,000 भारतीय रहते हैं, जिनमें से अधिकांश देखभाल करने वाले और कामगार हैं और लगभग 10,000 लोग ईरान में हैं, जिनमें 5,000 छात्र शामिल हैं.

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