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मुंबई एयरपोर्ट पर विदेशी नागरिक के पास से 11 करोड़ की लिक्विड कोकीन बरामद, जानें इसे पकड़ना क्यों होता है मुश्किल

DRI ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक विदेशी नागरिक को 11 करोड़ की लिक्विड कोकीन के साथ पकड़ा है. डीआरआई अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हुए हैं कि यह ड्रग्स कहां से लाई गई है और क्या इसका कनेक्शन किसी बड़े नेटवर्क से है. आइए, आपको बताते हैं कि लिक्विड कोकीन क्या है और इसे पकड़ना क्यों मुश्किल होता है....

मुंबई एयरपोर्ट पर विदेशी नागरिक के पास से 11 करोड़ की लिक्विड कोकीन बरामद, जानें इसे पकड़ना क्यों होता है मुश्किल
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( Image Source:  AI )

DRI Caught Rs 11 Crore Liquid Cocaine In Mumbai Airport: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI) ने एक विदेशी नागरिक के पास से लिक्विड कोकीन बरामद की है, जिसकी अनुमानित कीमत 11 करोड़ रुपये बताई जा रही है. DRI टीम को सूचना मिली थी कि विदेशी नागरिक भारी मात्रा में कोकीन लेकर मुंबई आ रहा है. इस सूचना पर टीम ने एयरपोर्ट पर गहन जांच की और विदेशी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया.

बताया जाता है कि लिक्विड कोकीन की तस्करी बहुत ही दुर्लभ होती है. इसे पकड़ना बहुत मुश्किल होता है. यह कोकीन से भी ज्यादा खतरनाक होता है.

लिक्विड कोकीन की पहचान करना मुश्किल

कहा जाता है कि लिक्विड कोकीन की पहचान बहुत मुश्किल से हो पाती है. इसकी वजह यह कि इसे कई तरह के तरल पदार्थों में घोलकर लाया जा सकता है. अधिकतर मामलों में देखा गया है कि शराब, परफ्यूम या अन्य लिक्विड प्रोडक्ट्स में मिलाकर इसकी तस्करी की जाती है.

आसानी से छिपाया जा सकता है लिक्विड कोकीन

एक तरफ जहां पाउडर कोकीन को एथेनॉल, एसीटोन, या अन्य रसायनों में घोलकर इसे तरल बनाया जाता है. वहीं, दूसरी तरफ लिक्विड कोकीन को आसानी से छिपाया जा सकता है, जैसे कि बोतलों, शैंपू, वाइन, क्रीम, या अन्य तरल पदार्थों में मिलाकर इसकी तस्करी की जाती है. इसे खासतौर पर कंडोम, कैप्सूल, या अन्य सीलबंद पैकेट्स में भरकर शरीर के अंदर भी ले जाया जाता है. इसका पता लगाने के लिए केमिकल टेस्टिंग और विशेष स्कैनर का उपयोग किया जाता है.

लिक्विड कोकीन का सेवन करना हो सकता है घातक

लिक्विड कोकीन का सेवन अत्यधिक घातक हो सकता है. यह शरीर में जल्दी घुलकर नशे का तेज़ असर करता है, जिससे ओवरडोज़ और मौत का खतरा बढ़ जाता है. फिलहाल डीआरआई अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हुए हैं कि यह ड्रग्स कहां से लाई गई है और क्या इसका कनेक्शन किसी बड़े नेटवर्क से है? पिछले कुछ समय से भारत में ड्रग तस्करी के मामलों में तेजी आई है.



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