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'कहीं थूक तो कहीं पेशाब...बंद करो उनकी एंट्री', कुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर धीरेंद्र शास्त्री

Maha Kumbh Mela 2025: धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि महोत्सव की गतिविधियों के प्रबंधन के लिए सनातन धर्म के जानकार लोगों को नियुक्त करना महत्वपूर्ण है. यहां होने वाले गलत गतिविधियों को रोकने के लिए गैर-हिंदुओं के प्रवेश को रोकना जरूरी है.

कहीं थूक तो कहीं पेशाब...बंद करो उनकी एंट्री, कुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर धीरेंद्र शास्त्री
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Maha Kumbh Mela 2025
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 4 Nov 2024 5:20 PM IST

Maha Kumbh Mela 2025: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और आध्यात्मिक वाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में गैर-हिंदूओं के प्रवेश पर तीखी टिप्पणी की है. 12 साल के अंतराल के बाद 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होने वाले इस आयोजन की तैयारियों में तेजी आने के साथ ही शास्त्री की टिप्पणियों ने दुसरे समुदायों के बीच चिंता पैदा कर दी है.

छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भगवान हनुमान मंदिर के शिलान्यास समारोह के दौरान शास्त्री ने गैर-हिंदुओं को उत्सव में भाग लेने की अनुमति देने के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट कर दिया और कहा, 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है.' यह गाना 1981 में अमिताभ बच्चन स्टारर 'लावारिस' का फेमस गाना है.

सनातन धर्म का ज्ञान नहीं तो प्रवेश नहीं -धीरेंद्र शास्त्री

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन धर्म और इसकी पूजा पद्धतियों से अपरिचित व्यक्तियों के लिए महाकुंभ मेले में कोई स्थान नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो लोग इसके बारे में नहीं जानते... वे निश्चित रूप से इसे नष्ट कर देंगे. महाकुंभ मेले में लाखों लोगों के आने की संभावना है, जिससे हजारों दुकानदार और सेवा देने वाले लोगों को आध्यात्मिक समृद्धि के साथ-साथ आर्थिक अवसर भी मिलेंगे.

साजिशकर्ता को रखा जाए दूर -धीरेंद्र शास्त्री

धार्मिक वाचक ने पिछले आयोजनों में थूकने और सार्वजनिक रूप से पेशाब करने जैसी कथित घटनाओं के लिए गैर-हिंदुओं को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा, 'कहीं थूकने की घटना हुई, कहीं पेशाब करने की घटना हुई. इससे साबित होता है कि कुछ साजिशकर्ता हो सकते हैं, इसलिए महाकुंभ में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए.'

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उत्सव की गतिविधियों के प्रबंधन के लिए सनातन धर्म के जानकार लोगों को नियुक्त करना महत्वपूर्ण है. यह आयोजन की पवित्रता बनाए रखने के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा, 'यह सही होगा कि यह काम उन लोगों को दिया जाए जिन्हें सनातन धर्म का ज्ञान है, हिंदू धर्म के बारे में पता है.'

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