20 सितंबर के बाद दिल्ली में बढ़ेगा गर्मी का पारा, उत्तराखंड-हिमाचल अगले 48 घंटे हाई अलर्ट पर; जानें अन्य राज्यों का हाल
उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. बीते दो दिनों में दो बार बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. इसके चलते देहरादून से मसूरी तक 35 किलोमीटर लंबा रास्ता कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया. 19 सितंबर को भी दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है.

पिछले 24 घंटों में दिल्ली-एनसीआर का मौसम काफी सुहावना रहा. यहां लगभग 37 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. बादलों का लगातार आना-जाना और हल्की बूंदाबांदी ने लोगों को चिलचिलाती धूप और उमस से राहत दी. 17 सितंबर को भी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में हल्की बारिश दर्ज की गई थी. आसमान में काले बादलों का डेरा भी देखने को मिला था.
अब 19 सितंबर को भी दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ, जो पिछले दिनों सक्रिय था, अब कमजोर पड़ चुका है. इसका मतलब है कि मानसून धीरे-धीरे विदा लेने की ओर बढ़ रहा है. 20 सितंबर के बाद राजधानी में एक बार फिर गर्मी का असर बढ़ सकता है. अनुमान है कि अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा, जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
उत्तराखंड-हिमाचल में 48 घंटे का अलर्ट
उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. बीते दो दिनों में दो बार बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. 17 सितंबर की रात चमोली जिले के नंदानगर घाट इलाके में बादल फटा. यहां कुंटरी लंगाफली वार्ड में छह मकान मलबे में दब गए. अब तक 14 लोग लापता हैं और 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं. दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. 16 सितंबर को देहरादून जिले में बादल फटा था. इसके चलते देहरादून से मसूरी तक 35 किलोमीटर लंबा रास्ता कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया. नतीजा यह हुआ कि मसूरी में करीब ढाई हजार पर्यटक पिछले तीन दिनों से फंसे हुए हैं. हिमाचल प्रदेश में इस बरसात का मौसम बेहद दुखद साबित हुआ है. भारी बारिश, बाढ़, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की घटनाओं में अब तक 419 लोगों की मौत हो चुकी है. मौसम विभाग ने हिमाचल और उत्तराखंड दोनों राज्यों को अगले 48 घंटे के लिए हाई अलर्ट पर रखा है.
उत्तर प्रदेश का मौसम
पश्चिमी यूपी में 19 सितंबर को यहां कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. हालांकि भारी बारिश की संभावना नहीं है, 20 और 21 सितंबर को पश्चिमी यूपी का मौसम साफ रहने के आसार हैं. वहीं पूर्वी यूपी की बात करें तो, यहां 19 और 21 सितंबर को कुछ इलाकों में हल्की बारिश और गरज-चमक हो सकती है. गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों लखनऊ, बांदा, उरई, हमीरपुर, कानपुर, फुरसतगंज और बरेली में बारिश दर्ज की गई. बुधवार को लखनऊ में तेज बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई. गुरुवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
राजस्थान में जाते-जाते लौटा मानसून
विदाई से पहले मानसून ने राजस्थान में भी एक बार फिर दस्तक दे दी है. आसमान में बादल छाए रहने लगे हैं और पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदला-बदला है. मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले दो दिन तक रहेगा. गुरुवार (19 सितंबर) को बांसवाड़ा, बारां, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, अलवर, धौलपुर, करौली और प्रतापगढ़ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया. शुक्रवार को भी बांसवाड़ा, बारां, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा और प्रतापगढ़ जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है.
बिहार के कई जिलों में येलो अलर्ट
बिहार में बारिश का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन अभी भी कई जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी है. गुरुवार को मधेपुरा में तेज बारिश हुई, जबकि सुपौल, फारबिसगंज, डेहरी, समस्तीपुर और जीरादेई में हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई. बाकी जिलों में मौसम शुष्क रहा, लेकिन बादल छाए रहे. शुक्रवार को भी कई जगहों पर इतनी तेज बारिश हो सकती है कि लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा. मौसम विभाग ने बिजली गिरने (ठनका) की आशंका को देखते हुए 30 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है.