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दशहरा रैली में शिवसेना का शक्ति प्रदर्शन, असली नकली पर CM शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच फिर छिड़ी जंग

महाराष्ट्र में दशहरा रैली के दौरान CM शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. दोनों ओर से एक बार फिर से हम असली शिवसेना है को लेकर दावा किया गया. दोनों ने रैली को संबोधित करने के दौरान एक दूसरे पर भी जमकर वार किया.

दशहरा रैली में शिवसेना का शक्ति प्रदर्शन, असली नकली पर CM शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच फिर छिड़ी जंग
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 13 Oct 2024 8:14 AM

महाराष्ट्र में शनिवार को दशहरा का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मनाया गया. वहीं इसी क्रम में महाराष्ट्र में शिवसेना और उद्धव गुट ने रैली का आयोजन किया था, दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा है. आजाद मैदान में आयोजित रैली में पहुंचे सीएम शिंदे ने जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने रैली को संबोधित करने के दौरान शिवसेना यूबीटी पर इशारों ही इशराों में वार किया.

सीएम शिंदे ने कहा कि हमने शिवसेना में उन लोगों को मुक्त करवाया है. जिन लोगों ने बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों के साथ विश्वासघात किया है. जनता से उन्होंने कहा कि सभी को पहले यह लगता था कि 2 से 3 महीने के अंदर ही शिंदे सरकार गिर जाएगी. लेकिन आप देख सकते हैं ऐसा नहीं हुआ. सरकार ने अपने 2 साल पूरे कर लिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं हटाई गई होती तो आज महाराष्ट्र बहुत पीछे होता.

असली शिवसेना किसकी?

दोनों पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साधते हुए यह दावा कर रही है कि हम ही असली शिवसेना है? CM एकनाथ शिंदे ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने उद्धव गुट से सीधी टक्कर में 7 सीटी हैं. इस दौरान वह लोकसभा चुनाव की बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उस 7 सीटों में 6 निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित कर दिया गया. यह सफलता इस बात का प्रमाण है. कि आखिर हम ही हैं असली शिवसेना. सभा में सीएम शिंदे ने उद्धव गुट की तुलना ओवैसी की पार्टी AIMIM से करते हुए मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति बताया है.

उद्धव ठाकरे गुट ने भी उठाए सवाल

वहीं इस दौरान उद्धव ठाकरे गुट भी पीछे नहीं रहे. मुंबई में स्थित शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर वार किया. उद्धव ठाकरे ने तहा कि BJP हिंदुत्व के संस्करण में विश्वास नहीं रखता है. उनका कहना है कि इस कारण से मैंने भाजपा से नाता तोड़ दिया है. सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि मैं दिल्ली में इस शासन और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार हूं.

इस दौरान उन्होंने रतन टाटा को भी याद किया और कहा कि रतन टाटा एक बार मेरे घर पर आए थे. उस दौरान उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हारे और मेरे पीछे विरासत और परंपरा है. इस विरासत और परंपरा को हमने आगे लेकर के जाना है. उन्होंने कहा कि जिस तरह रतन टाटा के पास उनके पिता की विरासत है. ठीक उसी तरह मेरे पास मेरे पिता बालासाहेब ठाकरे की विरासतच है. हम असली शिवसेना हैं और बालासाहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है.

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