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ATM Fraud के लिए लगाया गजब का दिमाग! जानें कैसे स्कैमर्स ने बैंक और कस्टमर को एक साल तक बनाया बेवकूफ

ATM Fraud: केरल के तिरुवनंतपुरम में एक अजीबोगरीब धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. दो लोगों पर आरोप है कि उन्होंने SBI के एक एटीएम से चोरी की है. पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. लेकिन यह मामला इतना अनोखा था कि इसमें बैंक के कस्टमर भी ठगे नहीं गए और उनके खाते से कोई पैसा नहीं कटा.

ATM Fraud  के लिए लगाया गजब का दिमाग! जानें कैसे स्कैमर्स ने बैंक और कस्टमर को एक साल तक बनाया बेवकूफ
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( Image Source:  Social Media )

ATM Fraud: इन दिनों न जाने कितने तरीके के स्कैम चल रहे हैं, जिसमें स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग तरीकों का उपयोग करते हैं. अब हाल में एक ऐसा स्कैम सामने आया है, जिससे हर कोई दंग रह गया है. स्कैमर्स ने लोगों को ठगने के लिए एटीएम मशीन में छेड़ कर दी है. स्कैमर्स ने ऐसा जुगाड़ लगाया जिससे बैंक के कर्मचारियों को भी स्कैम के बारे में पता नहीं चला और यह स्कैम पूरे साल तक चलता रहा. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं-

केरल के तिरुवनंतपुरम में एक अजीबोगरीब धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. दो लोगों पर आरोप है कि उन्होंने SBI के एक एटीएम से कुल 2.52 लाख रुपये की चोरी की. इन आरोपियों ने एटीएम मशीन में ऐसा जुगाड़ लगाया कि बैंक के अधिकारी भी धोखाधड़ी का पता नहीं लगा सके. पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. लेकिन यह मामला इतना अनोखा था कि इसमें बैंक के कस्टमर भी ठगे नहीं गए और उनके खाते से कोई पैसा नहीं कटा.

फ्रॉड कैसे किया गया?

यह धोखाधड़ी जून 2022 से जुलाई 2023 के बीच की गई. आरोपियों ने चोरी या खोए हुए एटीएम कार्ड्स का इस्तेमाल किया और एसबीआई के पद्मविलासम रोड स्थित एक एटीएम को निशाना बनाया. धोखाधड़ी करने के लिए अनोखी तकनीक अपनाई: स्कैमर्स एटीएम मशीन से पैसे निकालते थे लेकिन कैश डिस्पेंसिंग कम्पार्टमेंट में एक नोट छोड़ देते थे, एटीएम सिस्टम को लगता था कि ट्रांजैक्शन अधूरा है, और वह 'टाइमआउट एरर' दिखाता था, इससे कस्टमर के खाते से पैसे नहीं कटते थे.

इस तकनीक की वजह से कस्टमर को नुकसान नहीं हुआ, इसलिए किसी ने शिकायत भी दर्ज नहीं कराई. लेकिन एटीएम में जमा रकम और निकाले गए पैसे के आंकड़ों में अंतर बढ़ता गया.

बैंक को फ्रॉड का पता कैसे चला?

जब एटीएम में जमा और निकाले गए पैसों का हिसाब नहीं मिला, तो बैंक की एक आंतरिक कमेटी ने जांच शुरू की. शुरू में शक बैंक कर्मचारियों पर किया गया, लेकिन जांच में कोई सबूत नहीं मिला और बाद में सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई.

सीसीटीवी में दिखा कि आरोपी कई बार एटीएम पर जाते थे और हर बार अलग-अलग चोरी किए गए एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते थे.

पुलिस की कार्रवाई

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर SBI अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. आरोपियों की तस्वीरें पुलिस को सौंपी गईं. इसके बाद पुलिस ने दोनों को पहचान लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया.

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