Assembly Election 2024: महाराष्ट्र-झारखंड में कौन सा दल कितने पानी में? 47 सीटों का उपचुनाव भी बढ़ाएगा सियासी गर्मी
विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र और झारखंड की सियासत गरमाई हुई है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं, झारखंड मे हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम और बीजेपी का सीधा मुकाबला है। इस बार महाराष्ट्र और झारखंड की सत्ता की चाबी किस गठबंधन के हाथ लगेगी, ये देखना दिलचस्प होने वाला है।

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के बाद अब बारी महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव की है। दोनों राज्यों के साथ 47 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों का चुनावी बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने मतदान और रिजल्ट के तारीखों की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा, जबकि झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। इसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र और झारखंड की सियासत गरमाई हुई है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं, झारखंड मे हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम और बीजेपी का सीधा मुकाबला है। इस बार महाराष्ट्र और झारखंड की सत्ता की चाबी किस गठबंधन के हाथ लगेगी, ये देखना दिलचस्प होने वाला है।
महाराष्ट्र में किसके बीच है टक्कर
मौजूदा समीकरण पर नजर डाला जाए तो वर्तमान में महायुति गठबंधन महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज है। सीएम की कुर्सी पर एकनाथ शिंदे बैठे हैं। वहीं, महायुति गठबंधन का हिस्सा एकनाथ शिंदे की गुट वाली शिवसेना के साथ ही BJP और अजित पवार के गुट वाली NCP है। इसके अलावा अलायंस में रामदास अठावले की RPI भी शामिल है। वहीं, अगर बात महाविकास अघाड़ी गठबंधन की करें तो उद्धव गुट वाली शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार गुट की NCP इसका हिस्सा हैं। अभी महायुति गठबंधन के पास 201 सीटें है और महाविकास अघाड़ी के पास कुल 67 सीटे ही हैं।
झारखंड में किसका पलड़ा है भारी
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर BJP अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गई है। आजसू ने चुनाव लड़ने के लिए 11-12 सीटें मांगी हैं। जबकि JDU 4 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। गठबंधन होने पर BJP मांझी और चिराग की पार्टी को भी कुछ सीटें दे सकती है। वहीं, महागठबंधन के घटक दल भी सीट शेयरिंग पर लगातार बात कर रहे हैं।
बता दें, झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं। वर्तमान में वहां झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन की सरकार है। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और CPI(ML) इस गठबंधन में शामिल हैं। 2019 के चुनाव में JMM ने 29 सीटें, RJD ने एक, CPI (ML) ने एक और कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की थी। दूसरी ओर NDA गठबंधन ने 32 सीटें जीती, जिसमें BJP ने 26, NCP(AP) ने एक, आजसू ने 3 सीटें और 2 निर्दलीय विधायकों ने NDA को समर्थन दिया था।
कहां कहां होगा उपचुनाव?
यूपी की 9, राजस्थान की 7, बंगाल की 6, असम की 5, बिहार की 4, पंजाब की 4, कर्नाटक की 3, केरल की 2, मध्य प्रदेश की 2, सिक्किम की 2, गुजरात की 1, उत्तराखंड की 1 और छत्तीसगढ़ की 1 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसके साथ ही केरल की वायनाड सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट पर भी उपचुनाव होने हैं।
पहले उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना था। लेकिन अभी अयोध्या के मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। इन सीटों में से 12 सीटें बीजेपी के पास है। कांग्रेस के पास 11 सीटें, सपा के पास 6 और टीएमसी के पास 5 सीटें हैं। इसके अलावा अन्य के पास 14 सीटें हैं।
इस बार महाराष्ट्र और झारखंड का विधानसभा चुनाव कई मायने में खास होने वाला है। 2019 के चुनाव की हवा और इस बार के चुनावी हवा में काफी अंतर है। महाराष्ट्र में पिछली बार चाचा भतीजा एक साथ चुनाव लड़ रहे थे, इस बार आमने सामने होंगे। साथ ही उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की पार्टी आमने सामने होगी। वहीं, झारखंड में जेएमएम और बीजेपी की भिड़ंत में चंपई सोरेन भी मैदान में दांव आजमाएंगे।