'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद वॉशिंगटन में भारत-पाक की लॉबिंग जंग! कौन हैं Jason Miller और Keith Schiller
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (पहलगाम आतंकी हमले और भारत के जवाबी ऑपरेशन 'सिंदूर') के बीच अब यह टकराव वॉशिंगटन डीसी की लॉबिंग फर्मों तक पहुंच चुका है. दोनों देशों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी टीम से प्रमुख चेहरों को हायर किया है,

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (पहलगाम आतंकी हमले और भारत के जवाबी ऑपरेशन 'सिंदूर') के बीच अब यह टकराव वॉशिंगटन डीसी की लॉबिंग फर्मों तक पहुंच चुका है. दोनों देशों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी टीम से प्रमुख चेहरों को हायर किया है, ताकि अमेरिकी सत्ता गलियारों में अपना पक्ष मज़बूती से रखा जा सके. लेकिन ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी की दोनों ही देशों को अमेरिका में खुद के लिए लॉबिंग करवानी पड़ रही है.
भारत की तरफ से कौन आया मैदान में?
जेसन मिलर, जो ट्रंप की 2016 की चुनावी मुहिम में चीफ स्पोक्सपर्सन रहे और 2020 की कैंपेन में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (पहलगाम आतंकी हमले और भारत के जवाबी ऑपरेशन 'सिंदूर') के बीच अब यह टकराव वॉशिंगटन डीसी की लॉबिंग फर्मों तक पहुंच चुका है. दोनों देशों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी टीम से प्रमुख चेहरों को हायर किया है,सीनियर एडवाइज़र, अब भारत सरकार के लिए लॉबिंग करेंगे. उनकी कंपनी SHW Partners LLC ने भारत के साथ 1.5 लाख डॉलर (करीब ₹1.25 करोड़) प्रति माह का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. यह मिलर की ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पहली औपचारिक लॉबिंग भूमिका मानी जा रही है.
जेसन मिलर कौन हैं?
जेसन मिलर अमेरिकी दक्षिणपंथी राजनीति में आक्रामक रणनीति के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने “GETTR” नाम से एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया था जो "फ्री स्पीच" का दावा करता है. ट्रंप के चुनावी कैंपेन के दौरान मीडिया पर प्रहार और मैसेजिंग की पूरी रणनीति उनके जिम्मे थी.
- 2011: ट्रंप के संभावित 2012 राष्ट्रपति अभियान की तैयारी में जुड़े
- 2016: ट्रंप की पहली जीत में बने सीनियर कम्युनिकेशन एडवाइज़र - आक्रामक मीडिया रणनीति के सूत्रधार
- 2016 (Post-win): ट्रंप के राष्ट्रपति ट्रांजिशन टीम के मुख्य प्रवक्ता बने
- व्हाइट हाउस से वापसी: उन्हें कम्युनिकेशन डायरेक्टर बनाया गया, लेकिन दो दिन में इस्तीफा दे दिया — पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए
- CNN और विवाद: 2017 में CNN में पॉलिटिकल कंट्रीब्यूटर बने, लेकिन कानूनी विवादों के चलते 2019 में चैनल से हटे
- 'War Room: Impeachment': 2019 में स्टीव बैनन के साथ लॉन्च किया ट्रंप समर्थक पॉडकास्ट, जिसे कैपिटल दंगों के बाद YouTube ने बैन कर दिया
- Truth Social लॉन्च: ट्रंप के Capitol Hill दंगों के बाद सोशल मीडिया से प्रतिबंधित होने पर, मिलर ने कहा, "Truth Social will be a total game changer."
पाकिस्तान की तरफ से किसे चुना गया?
कीथ शिलर, जो ट्रंप के लंबे समय तक बॉडीगार्ड और व्हाइट हाउस में ओवल ऑफिस ऑपरेशंस के डायरेक्टर रह चुके हैं, अब पाकिस्तान के लिए वाशिंगटन में लॉबिंग करेंगे. उनकी फर्म Javelin Advisors LLC को 50,000 डॉलर प्रति माह का सब-कॉन्ट्रैक्ट मिला है, जो कि Seiden Law के जरिए पाकिस्तान की लॉबिंग का हिस्सा है. कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 200,000 डॉलर प्रति माह है.
कीथ शिलर कौन हैं?
कीथ शिलर कोई आम बॉडीगार्ड नहीं हैं. एक पूर्व NYPD डिटेक्टिव से लेकर व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस ऑपरेशंस डायरेक्टर तक की उनकी यात्रा ने उन्हें डोनाल्ड ट्रंप का सबसे भरोसेमंद और निजी सहयोगी बना दिया था. और अब, यही कीथ शिलर पाकिस्तान के लिए अमेरिका में लॉबिंग करने जा रहे हैं, ऐसे समय में जब भारत ने ट्रंप के मुख्य प्रवक्ता जेसन मिलर को अपने पक्ष में खड़ा किया है. वर्षों तक न्यूयॉर्क पुलिस विभाग में काम करने वाले कीथ 2000 के दशक में ट्रंप ऑर्गनाइज़ेशन में शामिल हुए, जहां उन्होंने ट्रंप के निजी सुरक्षा प्रमुख की भूमिका निभाई.
2017 में ट्रंप प्रशासन ने उन्हें Director of Oval Office Operations नियुक्त किया, ओवल ऑफिस के सबसे करीबी स्टाफ में एक. 2017 में जब तत्कालीन एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी को हटाया गया, तो ट्रंप ने जो बर्खास्तगी पत्र भिजवाया, उसे स्वयं कीथ शिलर ने जाकर सौंपा. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम ट्रंप के शिलर पर अत्यधिक भरोसे का प्रतीक था. कीथ शिलर का नाम 2017 की हाउस इंटेलिजेंस कमेटी की सुनवाई में भी आया, जहां उनसे ट्रंप की 2013 मास्को यात्रा पर सवाल हुए. एक रूसी व्यवसायी ने कथित तौर पर ट्रंप के होटल रूम में 'महिलाएं भेजने' की पेशकश की थी. शिलर ने उस पेशकश को 'मजाक' बताकर तुरंत नकार दिया. यह घटना 'रशिया डोजियर' और 2016 चुनावों में रूसी दखल की जांचों के दौरान सुर्खियों में रही. अब, शिलर Javelin Advisors LLC के सह-संस्थापक हैं और Seiden Law के जरिए पाकिस्तान का पक्ष अमेरिका में रखने के लिए $50,000 प्रति माह की लॉबिंग डील का हिस्सा हैं.
एक ओर भारत अमेरिका में अपने हितों के लिए ट्रंप की प्रचार मशीनरी से जुड़े रणनीतिकार को उतार रहा है, तो वहीं पाकिस्तान उसी टीम के सुरक्षा कवच रहे शख्स से अपनी जमीन तैयार करा रहा है. यह लॉबिंग जंग वॉशिंगटन में एक नए दक्षिण एशियाई शीतयुद्ध की दस्तक दे रही है.