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साइक्लोन 'दाना' के बीच 18 जुड़वा बच्चों का जन्म, पैरेंट्स अब रखने वाले हैं बच्चों का ये अनोखा नाम

ओडिशा में साइक्लोन 'दाना' के बीच कुल 2,201 गर्भवती महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया. इन महिलाओं ने 18 जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है. एक महिला अपने ने जुड़वा बच्चे एक लड़का और लड़की को जन्म दिया. वह अपने बेटे का नाम 'दाना' और उसकी बहन का नाम 'दानबती' रखने की सोच रही है.

साइक्लोन दाना के बीच 18 जुड़वा बच्चों का जन्म, पैरेंट्स अब रखने वाले हैं बच्चों का ये अनोखा नाम
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Cyclone Dana: ओडिशा और बंगाल में चक्रवाती तूफान दाना का असर देखने को मिल रहा है. कई जिलों में भारी बारिश जारी है. इस प्राकृतिक आपदा के बीच ओडिशा में कुल 2,201 गर्भवती महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया.

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सभी माताओं को बधाई दी है. लेकिन खास बात यह है कि इन महिलाओं ने 18 जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है.

तूफान के बीच बच्चों का जन्म

स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आंकड़े जारी किए. जिसमें बताया गया कि तूफान से बचाने के लिए लगभग 6 लाख लोगों को 6,008 चक्रवात सुरक्षित जगह पर रखा गया है. जबकि गर्भवती माताओं को सुरक्षा के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया. विभाग ने बताया कि 4,859 महिलाओं को प्रसूति केन्द्रों में शिफ्ट किया गया है.

माताओं का रखा जा रहा ध्यान

अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान उनकी देखभाल की गई. उन्हें हर तरह की सहायता प्रदान की गई. इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि जिन 2,211 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया, उनमें से 1,858 का प्रसव सामान्य था तथा 343 का प्रसव सिजेरियन हुआ. उन्होंने कहा, "सभी माताएं और शिशु स्वस्थ और सुरक्षित हैं। बच्चों का जन्म 23 और 24 अक्टूबर को हुआ।"

बच्चे का नाम रखा दाना

एक अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के गंजम जिले की उर्बासी नाहक नाम की महिला ने चक्रवात के दिन जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. उसने अपने बेटे का नाम 'दाना' और उसकी बहन का नाम 'दानबती' रखने की सोच रही है. तूफान के आने के बाद भी परिवार के अपने बच्चों का खुशी से स्वागत किया. बता दें कि इन सभी बच्चों का जन्म 23 और 24 अक्टूबर को हुआ था.

मौसम का अपडेट

मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान दाना को लेकर अपडेट जारी किया. आईएमडी ने कहा कि दाना 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय क्षेत्र पर पहुंचने का अनुमान है. जिसे गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में वर्गीकृत किया गया है. तूफान की वजह से 24 अक्टूबर की रात भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा के बीच भूस्खलन हुआ. इसका प्रभाव अगले दिन भी देखने को मिला. दाना के प्रभाव से तटीय जिलों भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर और निकटवर्ती जगतसिंहपुर जिले में हवा की गति अचानक बढ़ गई.

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