Khesari lal Yadav की हार के बाद बौखला गईं Kajal Kumari, MMS Viral गर्ल ने लिखा- छपरा को नाला और कचरा में...
भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी के कथित MMS वायरल मामले ने एक बार फिर हलचल मचा दी है. खेसारी लाल यादव की चुनावी हार के बाद काजल कुमारी ने इंस्टाग्राम पर छपरा को लेकर विवादित बयान दे दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा बढ़ गया. वहीं पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह पूरा MMS वीडियो फेक और AI-जनरेटेड था, जिसका इस्तेमाल 15 साल की एक्ट्रेस को ब्लैकमेल करने और 30 लाख रुपये की उगाही के लिए किया गया. बिक्रमगंज पुलिस ने इस साइबर साजिश के आरोप में एक आरोपी चंचल कुमार को गिरफ्तार भी किया है. पूरा मामला अब तेजी से सुर्खियों में है.
बिहार चुनाव के नतीजों ने जहां कई बड़े चेहरों के राजनीतिक भविष्य को नई दिशा दी, वहीं सोशल मीडिया पर चल रही निजी लड़ाइयां भी अचानक तेज हो गईं. सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़ी वह 15 साल की भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी जो कथित AI-जनरेटेड MMS विवाद के कारण पिछले हफ्तों से सुर्खियों में हैं. चुनावी माहौल भले बदल गया हो, लेकिन उनके वीडियो को लेकर ऑनलाइन माहौल अब भी उबाल पर है.
इसी बीच, छपरा में भाजपा के उम्मीदवार खेसारी लाल यादव की हार ने इस विवाद को और भड़का दिया. नतीजों के कुछ घंटे बाद ही काजल कुमारी ने सोशल मीडिया पर एक तीखा पोस्ट कर नया विवाद खड़ा कर दिया. एक तरफ पुलिस साइबर ब्लैकमेलिंग की परतें खोलने में लगी है, वहीं दूसरी ओर काजल की कटाक्ष भरी टिप्पणी ने खेसारी की हार को लेकर नया राजनीतिक और डिजिटल तूफ़ान खड़ा कर दिया है.
खेसारी की हार पर काजल का तंज
चुनाव परिणाम आते ही काजल कुमारी ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक विवादित टिप्पणी कर दी, जिसमें उन्होंने लिखा, “छपरा को नाला और कचरा में ही रहना पसंद है… जो इंसान दिन भर कहता था कि मैं छपरा को बदल दूंगा, उसकी हार सिर्फ उसकी नहीं, पूरे छपरा की है.” उनका ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और वोटरों को अपमानित करने वाला पहला बड़ा पोस्ट माना गया.
MMS विवाद में पहले ही घिरी थी काजल
चुनाव के दौरान काजल कुमारी एक कथित MMS वीडियो की वजह से चर्चा में थीं. कुछ दिनों से वायरल यह वीडियो भोजपुरी इंडस्ट्री में हलचल मचाए हुए था. कहा गया कि कई वीडियो खेसारी लाल यादव के साथ जोड़कर भी फैलाए गए, जिससे विवाद और गहरा गया.
वीडियो असली नहीं, AI से बना
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि काजल कुमारी का वायरल MMS पूरी तरह से AI-जनरेटेड था. यानी ये वीडियो न सिर्फ फेक था बल्कि किसी ने तकनीक का दुरुपयोग करके उनकी छवि खराब करने की कोशिश की. यह केस अब साइबर अपराध का एक बड़ा उदाहरण बन गया है.
ब्लैकमेलिंग और 30 लाख की उगाही की साजिश
इस मामले की तह तक जाते हुए पुलिस को पता चला कि इस फेक MMS के पीछे सिर्फ बदनाम करने की कोशिश नहीं, बल्कि 30 लाख रुपये की उगाही की योजना भी शामिल थी. यानी वीडियो वायरल करने वालों का उद्देश्य डराकर पैसे वसूलना था.
मुख्य आरोपी चंचल कुमार गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में चंचल कुमार उर्फ चंचल बदमाश, निवासी रोहतास, को गिरफ्तार किया है. उसके मोबाइल से वीडियो शेयरिंग और व्हाट्सऐप ग्रुप्स के स्क्रीनशॉट बरामद हुए, जिनसे साफ है कि वायरल करने का नेटवर्क काफी बड़ा था.
पुलिस को मिले कई अहम डिजिटल सुराग
बिक्रमगंज थाना पुलिस की छापेमारी के बाद मिले सबूतों से यह भी पता चला कि वीडियो फैलाने का काम सुनियोजित तरीके से WhatsApp ग्रुप्स और सोशल मीडिया चैनलों पर किया गया था. पुलिस आगे इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए साइबर टीम के साथ मिलकर जांच कर रही है.





