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'आज-कल के दर्शक वही...', फिल्म 'एनिमल' पर उठे सवालों का रिद्धिमा कपूर साहनी ने दिया जवाब

एनिमल फिल्म के रिलीज होने के बाद कई लोग इसकी टोन को लेकर नाखुश थे. फिल्म में दिखाई गई हिंसा को लेकर विवाद खड़ा हो गया. हाल ही में एक इवेंट के दौरान ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी से रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल पर सवाल पूछा गया.

आज-कल के दर्शक वही..., फिल्म एनिमल पर उठे सवालों का रिद्धिमा कपूर साहनी ने दिया जवाब
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( Image Source:  Social Media- riddhimakapoorsahniofficial )

हाल ही में एक इवेंट के दौरान ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी से रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल पर सवाल पूछा गया. एक दर्शक ने फिल्म इंडस्ट्री के पुरानी पीढ़ी और आज के दौर के बीच तुलना करते हुए यह सवाल किया कि जब उनके दादाजी, राज कपूर, फिल्में बनाते थे तो वे सामाजिक मुद्दों पर आधारित होती थीं, लेकिन रणबीर कपूर जैसी फिल्में आज-कल ज्यादा चल रही हैं. इस पर रिद्धिमा ने जो जवाब दिया, वह दर्शकों और फिल्म उद्योग की बदलती धारा को लेकर है.

रिद्धिमा कपूर साहनी ने कहा कि अगर आज उनके दादाजी राज कपूर जिंदा होते, तो निश्चित रूप से हमे कुछ बेहतरीन फिल्में देखने को मिलतीं. लेकिन, रिद्धिमा ने यह भी स्पष्ट किया कि आजकल के दर्शक वही फिल्में पसंद कर रहे हैं जो बन रही हैं. यानी, दर्शकों के बदले हुए स्वाद और पसंद के हिसाब से फिल्में बनाई जा रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म निर्माता वही फिल्में बनाते हैं, जो दर्शक देखना चाहते हैं, और यही कारण है कि आजकल एनिमल जैसी फिल्मों का ट्रेंड है.

'एनिमल' फिल्म पर उठा विवाद

रिद्धिमा से सवाल किया गया था कि अगर उनके दादाजी राज कपूर आज के दौर में होते, तो क्या फिल्म इंडस्ट्री की दिशा अलग होती? एक दर्शक ने यह भी कहा कि राज कपूर की फिल्में हमेशा सामाजिक मुद्दों पर आधारित होती थीं, जबकि रणबीर कपूर की एनिमल फिल्म की 'मिसोजिनिस्ट' (महिला विरोधी) टोन की वजह से विवादों में रही. यह सवाल फिल्म इंडस्ट्री में कई लोगों द्वारा उठाए गए विवादों का हिस्सा बना.

रिद्धिमा ने इस पर कहा कि आजकल दर्शक अलग तरह की फिल्में देख रहे हैं. उन्होंने यह बात जोर देकर कही कि हर युग के दर्शक अपनी-अपनी पसंद के हिसाब से फिल्में देखते हैं और फिल्म निर्माता उसी हिसाब से कंटेंट तैयार करते हैं. उनका यह भी मानना था कि अगर राज कपूर आज होते, तो वे भी बदलते वक्त के हिसाब से फिल्मों में नए दृष्टिकोण को अपनाते.

'एनिमल' पर गुस्से का इजहार

एनिमल फिल्म के रिलीज होने के बाद कई लोग इसकी टोन को लेकर नाखुश थे. फिल्म में दिखाई गई हिंसा और महिलाओं के प्रति दृषटिकोन पर विवाद खड़ा हुआ. फिल्म के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा की यह फिल्म तब से चर्चा का विषय बनी हुई है. कई प्रमुख व्यक्तियों, जैसे लेखक और शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति ने फिल्म को लेकर अपनी असहमति जताई. उन्होंने कहा था कि रणबीर कपूर को ऐसी फिल्म करने की जरूरत नहीं थी, क्योंकि वे पहले ही एक शानदार अभिनेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं. विकास दिव्यकीर्ति ने यह भी कहा कि रणबीर कपूर के माता-पिता, ऋषि कपूर और नीतू कपूर, खुद अच्छे अभिनेता रहे हैं और रणबीर को उनसे कहीं अधिक सफलता मिली है, इसलिए उन्हें ऐसी फिल्में नहीं करनी चाहिए थीं.

जावेद अख्तर और अन्य व्यक्तियों का गुस्सा

लेखक-गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस फिल्म पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने दर्शकों से इस तरह की फिल्में बनाने वाले निर्माताओं पर गुस्सा निकाला और कहा था कि इस फिल्म को ब्लॉकबस्टर बनाने में जिन लोगों का हाथ था, उन्हें इस पर विचार करना चाहिए था.

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