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Kis Kisko Pyaar Karoon 2 X Review : 'धुरंधर' से टक्कर लेने के लिए 2 मिनट का साइलेंस, ओवरएक्टिंग के बीच फीकी पड़ी कॉमेडी

Kis Kisko Pyaar Karoon 2 (12 दिसंबर 2025) कपिल शर्मा की बड़े पर्दे पर वापसी है, लेकिन अफसोस कि ये वापसी धमाकेदार नहीं, बल्कि निराशाजनक रही. अनुकल्प गोस्वामी के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में कपिल एक भोपाल के रेस्टोरेंट वाले मोहन शर्मा बने हैं, जो गलती से तीन अलग-अलग धर्मों की लड़कियों से शादी कर बैठता है. पुरानी फिल्म की तरह ही मल्टीपल मैरिज और कन्फ्यूजन पर बनी ये कॉमेडी 90s स्टाइल की शोर-शराबे वाली मैडकैप कॉमेडी है,

Kis Kisko Pyaar Karoon 2 X Review : धुरंधर से टक्कर लेने के लिए 2 मिनट का साइलेंस, ओवरएक्टिंग के बीच फीकी पड़ी कॉमेडी
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( Image Source:  X : @Arif011111 )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 12 Dec 2025 2:53 PM

'किस किस को प्यार करूं 2' (Kis Kisko Pyaar Karoon 2) एक बॉलीवुड कॉमेडी फिल्म है, जो 2015 की हिट फिल्म 'किस किस को प्यार करूं' का सीक्वल है. यह 12 दिसंबर 2025 को रिलीज हुई है. डायरेक्टर अनुकल्प गोस्वामी हैं, और प्रोडक्शन अब्बास-मस्तान फिल्म्स और वीनस वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट का है. फिल्म का रनटाइम करीब 2 घंटे 24 मिनट है. यह एक फैमिली-फ्रेंडली, लाइट-हार्टेड कॉमेडी है, जो मल्टीपल मैरिज और धार्मिक अंतर के इर्द-गिर्द घूमती है.

म्यूजिक Yo Yo Honey Singh जैसे आर्टिस्ट्स का है, लेकिन गाने एवरेज ही बताए जा रहे हैं. ओवरऑल, यह 90s स्टाइल की मैडकैप कॉमेडी है शोर-शराबे वाली, लेकिन साफ-सुथरी ह्यूमर वाली। यह फिल्म उन लोगों के लिए बेस्ट है जो बिना दिमाग लगाए हंसना चाहते हैं. कपिल टॉप फॉर्म में हैं, लेकिन स्क्रिप्ट थोड़ी वीक है. अगर फैमिली के साथ वीकेंड प्लान है, तो जा सकते है लेकिन ग्रेट सिनेमा की उम्मीद मत रखना....रेटिंग: 3/5.

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मेन कास्ट और उनकी परफॉरमेंस

फिल्म का सुपरस्टार यानी कपिल शर्मा उनका कॉमिक टाइमिंग इम्पेकेबल है पैनिक, रोमांस और कन्फ्यूजन के हर सीन में वे नैचुरल लगते हैं. क्रिटिक्स कहते हैं उनका कमबैक दिल जीतने वाला है. कुछ ने कहा कि वे कंट्रोल्ड हैं, ओवर-द-टॉप नहीं गए. ओवरऑल, वे फिल्म को कंधों पर उठाते हैं. जहां आश्रम फेम त्रिधा चौधरी को ज्यादा स्क्रीन टाइम मिला वहीं एक एक्स्ट्रा सॉन्ग भी उनका है. उनके मुकाबले परुल गुलाटी एवरेज परफॉर्मेंस, लेकिन ज्यादा स्क्रीन टाइम की डिजर्व करती हैं. डीसेंट जॉब, ग्लैम ऐड करती हैं. इसके अलावा डेप्थ ऐड करती हैं अच्छा इम्पैक्ट, लेकिन स्क्रिप्ट सपोर्ट की कमी. अंत में बात करते है ओवरएक्टेड लगीं- एक्सप्रेशंस और डायलॉग्स फोर्स्ड. इम्प्रेस नहीं कर पाईं. लिमिटेड स्पेस, लेकिन नेगेटिव फीडबैक ज्यादा. सपोर्टिव रोल में अखिलेंद्र मिश्रा, सुप्रिया शुक्ला, विपिन शर्मा और जैमी लीवर नजर आएं है.

क्या कहना है एक्स यूजर्स का

एक यूजर ने कहा, ' #KisKiskoPyaarKaroon2 सिर्फ़ पुरानी नहीं है, बल्कि यह फ़िल्म को बर्बाद करने का एक जीता-जागता उदाहरण है.पहले ही सीन से आपको एहसास हो जाता है कि आप एक सिनेमाई बुरे सपने में फंस गए हैं. कॉमेडी बिल्कुल गायब है, डायलॉग बेहद घटिया हैं, और ओवरएक्टिंग इतनी ज़्यादा है कि इसे देखना शारीरिक रूप से कष्टदायक लगता है. #KapilSharma ने चीज़ों को संभालने की कोशिश की, लेकिन वो भी बेबस नज़र आए. सपोर्टिव एक्टर्स बेवजह ज़्यादा शोर मचा रहे हैं. एक्ट्रेस ऐसी लग रही हैं जैसे ओवरएक्टिंग की Competition में हिस्सा ले रही हों. सेकंड हाफ तो सीधे-सीधे यातना है. म्यूजिक सबसे घटिया. एडिटिंग? सबसे घटिया...कुल मिलाकर सबसे घटिया सिनेमा..'

दूसरे ने कहा, 'कपिल शर्मा और उनकी 'किस किसको प्यार करू 2' के लिए 2 मिनट का मौन, जो 'धुरंधर' के खिलाफ रिलीज हुई....मेरी सलाह है 'धुरंधर' देखने जाए.'

एक ने कहा, 'बेहद घटिया! 'किस किसको प्यार करूं 2' कहानी जबरदस्ती थोपी हुई लगती है, जोक्स घिसे-पिटे हैं और डायलॉग इतने भद्दे हैं कि कलाकार खुद उन्हें बोलते हुए शर्मिंदा नज़र आते हैं. एक्टिंग? इस आपदा को कोई नहीं बचा सका.'

कहानी (स्पॉइलर-फ्री)

फिल्म की कहानी भोपाल के एक साधारण लड़के मोहन शर्मा (कपिल शर्मा) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक रेस्टोरेंट चलाता है और अपनी मां (सुप्रिया शुक्ला) व पिता (अखिलेंद्र मिश्रा) के साथ रहता है. मोहन अपनी गर्लफ्रेंड सानिया (हिरा वरीना) से शादी करना चाहता है, लेकिन दोनों परिवारों के धार्मिक अंतर के कारण मना कर देते हैं. परिस्थितियां ऐसी बनती हैं कि मोहन को गलती से तीन अलग-अलग धर्मों की महिलाओं से शादी करनी पड़ जाती है. त्रिधा चौधरी, परुल गुलाटी और आयशा खान इनकी भूमिकाएं हैं. अब मोहन को इन तीन बीवियों को छुपाते हुए अपनी असली लव सानिया से चौथी शादी प्लान करनी है, ताकि कोई राज न खुल जाए. बीच में पुलिस ऑफिसर की तलाश, कन्फेशन टू प्रीस्ट और ढेर सारी मिसअंडरस्टैंडिंग्स आती हैं. फिल्म का मैसेज साफ है- सभी धर्म बराबर हैं और सम्मान के हकदार है.

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