Kajal Kumari MMS Leak: 15 साल की एक्ट्रेस काजल की मां आई सामने, हाथ जोड़कर बोलीं- दूसरों की बेटी-बहन के बारे में सोचो
भोजपुरी की 15 वर्षीय एक्ट्रेस काजल कुमारी का फेक MMS वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. अब पुलिस ने चंचल कुमार नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. काजल की मां ने हाथ जोड़कर लोगों से बेटी का साथ देने की अपील की. जानिए कैसे बना ये AI डीपफेक कांड और कब मिलेगा न्याय? पूरी रिपोर्ट में पढ़ें Kajal Kumari MMS Leak केस की सच्चाई.
भोजपुरी इंडस्ट्री की 15 वर्षीय बाल कलाकार काजल कुमारी इन दिनों गलत वजह से सुर्खियों में हैं. अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में “Kajal Kumari MMS Leak” नाम से एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी. कुछ ही घंटों में लाखों व्यूज पाने वाला यह क्लिप न सिर्फ इंडस्ट्री बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी बन गया. एक नाबालिग बच्ची को निशाना बनाकर फेक वीडियो बनाना सिर्फ साइबर अपराध नहीं, बल्कि मासूमियत पर हमला था.
सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोलिंग और गाली-गलौज से परेशान काजल की मां आखिरकार 5 नवंबर को कैमरे पर आ गईं. उन्होंने हाथ जोड़कर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें भावनाओं से भीगी आवाज़ में कहा, “जैसे वीडियो तू करत बानी, वैसहीं घर में तो माई, बहन, बेटी देखी... दूसरों की बेटी-बहन के बारे में सोचो.” इस एक अपील ने पूरे भोजपुरी जगत को सन्न कर दिया. सोशल मीडिया पर #SupportKajalKumari ट्रेंड करने लगा, और कलाकारों ने डीपफेक के खिलाफ कानून की मांग उठाई.
कौन है काजल कुमारी?
बिहार के रोहतास जिले की रहने वाली काजल कुमारी (जन्म 2010) महज 15 साल की उम्र में भोजपुरी म्यूज़िक एल्बम्स में धूम मचा चुकी हैं. उन्होंने खेसारी लाल यादव के सुपरहिट गीत ‘कलम चबा गइनी’ से अपनी पहचान बनाई थी. इंस्टाग्राम पर उनके दो लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. लेकिन 30-31 अक्टूबर 2025 को उनके नाम से एक फेक MMS क्लिप वायरल हुआ, जिसमें एक लड़की को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था. इसने रातोंरात “Kajal Kumari MMS Leak” को ट्रेंडिंग बना दिया.
AI Deepfake का खेल
फैक्ट-चेक एजेंसियों ने जब वीडियो की जांच की तो सच सामने आया कि यह क्लिप 100% AI डीपफेक था. किसी और लड़की के वीडियो पर काजल का चेहरा सुपरइंपोज़ कर दिया गया था. वीडियो में लाइटिंग, मूवमेंट और बैकग्राउंड पूरी तरह मेल नहीं खाते थे. साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसमें DeepFaceLab और Reface AI जैसे टूल्स का इस्तेमाल हुआ था. काजल ने बताया कि उन्हें वीडियो लीक करने से पहले ₹30 लाख की फिरौती की धमकी भी मिली थी.
गिरफ्तारी से खुला पर्दा
बिक्रमगंज थाने में दर्ज एफआईआर (कांड संख्या 726/25) के बाद पुलिस ने जांच तेज की. 7 नवंबर को पुलिस ने चंचल कुमार उर्फ चंचल बदमाश (विनोद बैठा का पुत्र, निवासी मतुली) को गिरफ्तार कर लिया. थानाध्यक्ष ललन कुमार ने पुष्टि की, “आरोपी के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ है, और उसमें MMS शेयरिंग के सबूत मिले हैं. पूछताछ में कई नए नामों के जुड़ने की संभावना है.” पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
न्याय की उम्मीद
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद काजल ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “सच्चाई की जीत होगी, पुलिस ने पहला कदम बढ़ा दिया है.” उनका यह पोस्ट वायरल हो गया और हजारों यूजर्स ने सपोर्ट मैसेज भेजे. काजल ने यह भी कहा कि वह आने वाले दिनों में स्कूल और शूटिंग दोनों जारी रखेंगी “क्योंकि डर कर नहीं, डट कर जीना सीखा है.”
भोजपुरी इंडस्ट्री में फिर मचा हड़कंप
यह पहला मौका नहीं है जब भोजपुरी दुनिया डीपफेक कांड से हिली हो. इससे पहले शिल्पी राज, प्रियंका पंडित और संभावना सेठ भी इसी तरह के विवादों का सामना कर चुकी हैं. काजल का मामला इसलिए ज्यादा गंभीर है क्योंकि वह नाबालिग हैं, और मामला POCSO एक्ट के तहत दर्ज किया जा सकता है. साइबर लॉ एक्सपर्ट्स का कहना है कि “डीपफेक से लड़ाई अब कानूनी नहीं, तकनीकी भी है.”
कब बनेगा सख्त कानून?
काजल कुमारी केस सिर्फ एक बच्ची की लड़ाई नहीं, बल्कि एक नई डिजिटल जंग की शुरुआत है. यह घटना बताती है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के गलत इस्तेमाल से एक करियर, एक परिवार और एक समाज को कैसे हिलाया जा सकता है. अब देखना यह है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस बाकी साजिशकर्ताओं तक कब पहुंचती है, और क्या सरकार डीपफेक अपराधों पर कड़ा कानून लाने का साहस दिखाती है.





