महाराष्ट्रीयन को 'गरीबों का खाना' बताकर बुरे फंसे फिल्ममेकर Vivek Agnihotri, ट्रोलिंग के बाद देनी पड़ी सफाई
विवेक ने आगे बताया कि शुरुआत में उन्होंने मजाक में इसे किसानों और गरीबों का खाना कहा था, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इस सादगी को अपनाया.आज स्थिति यह है कि उन्हें यही साधारण और स्वास्थ्यवर्धक खाना ज्यादा पसंद आता है.
फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी किसी फिल्म या बयानबाज़ी से जुड़ा राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि महाराष्ट्रीयन खान-पान पर कही गई उनकी टिप्पणी है. सोशल मीडिया पर लोग उनके हालिया बयान को लेकर नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं और इसे महाराष्ट्र की पारंपरिक थाली का अपमान मान रहे हैं.
दरअसल, विवेक अपनी पत्नी और एक्ट्रेस पल्लवी जोशी के साथ यूट्यूब चैनल कर्ली टेल्स के शो में नज़र आए थे. बातचीत का विषय खान-पान और लाइफस्टाइल था. इसी दौरान पल्लवी ने शादी के शुरुआती दिनों का एक किस्सा शेयर किया. उन्होंने कहा, 'जब हम नए-नए शादीशुदा थे, मैं विवेक को अक्सर महाराष्ट्रीयन डिश परोसती थी. लेकिन उन्हें यह खाना बहुत साधारण लगता था और वे कह देते थे- 'ये क्या, तुम लोग गरीबों का खाना खाते हो.'
'लगा इसमें तो मिर्ची होगी'
पल्लवी के इस बयान पर बातचीत को आगे बढ़ाते हुए विवेक ने सफाई दी और अपने अनुभव बताए. उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्हें यह खाना अपरिचित और फीका लगता था. मराठी खाना ऐसा होता है जिसमें नमक अक्सर कम डाला जाता है. आपको ऊपर से खुद डालना पड़ता है. कई बार नींबू निचोड़कर स्वाद बढ़ाना पड़ता है. विवेक ने कहा, 'मुझे याद है, एक बार पल्लवी ने मुझे मराठी कढ़ी खिलाई. मैं सोच रहा था कि इसमें लाल मिर्च की भरमार होगी, लेकिन यह तो बहुत हल्की और हेल्दी निकली. यह सब मेरे लिए किसी 'कल्चरल शॉक' जैसा था.'
धीरे-धीरे अपनाई सादगी
विवेक ने आगे बताया कि शुरुआत में उन्होंने मजाक में इसे किसानों और गरीबों का खाना कहा था, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इस सादगी को अपनाया.आज स्थिति यह है कि उन्हें यही साधारण और स्वास्थ्यवर्धक खाना ज्यादा पसंद आता है. उन्होंने कहा, 'अब मैं वही खाता हूं जो पल्लवी खाती हैं और सच कहूं तो, यह खाने का सबसे अच्छा तरीका है. महाराष्ट्रीयन थाली सचमुच सबसे किफायती और सेहतमंद थाली है.'
कैसे भड़का विवाद?
शो का यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कुछ लोगों को विवेक की शुरुआती टिप्पणी नागवार गुज़री. उन्हें लगा कि विवेक ने मराठी भोजन को गरीबों का खाना कहकर अपमान किया है. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर कई यूज़र्स ने उन्हें आड़े हाथों लिया और कहा कि महाराष्ट्र की थाली और व्यंजन राज्य की संस्कृति और गौरव का हिस्सा हैं. मामला तूल पकड़ता देख विवेक ने द रौनक पॉडकास्ट में सफाई दी. उन्होंने कहा कि उनका कमेंट गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि वह मजाक में कही गई बात थी. साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि शो के क्लिप्स को इस तरह एडिट किया गया कि उनका बयान और भी ज्यादा विवादित लगे.
फिल्मों की ओर वापसी
इस विवाद के बीच विवेक अपनी अगली फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' की रिलीज़ की तैयारी में जुटे हुए हैं. यह फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे और कलकत्ता हत्याकांड की दर्दनाक घटनाओं पर आधारित है. विवेक के मुताबिक यह फिल्म उन ऐतिहासिक पलों की सच्चाई सामने लाने की कोशिश करेगी, जिन्हें लंबे समय तक दबाकर रखा गया.





