48 साल पहले नौकरी के लिए किया था अप्लाई, अब जाकर मिला ऑफर लेटर

जनवरी 1976 में पत्र लिखा गया था और अब जाकर महिला को वह पत्र मिला. ऐसा बताया जा रहा है कि इतने सालों तक डाकघर के एक दराज के पीछे दबा रहा, लेकिन अब यह उसके पास वापस आ गया है. इस पत्र के आने से हॉडसन के संजोए हुए सपनों की याद फिर से ताजा हो गई.;

( Image Source:  Photo Credit- X )
Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 9 Oct 2024 12:49 PM IST

हम सभी लोग नौकरी के लिए आवेदन करते हैं, इस उम्मीद के साथ की जल्द से जल्द हमें उसका जवाब मिल जाए और हम नौकरी कर सकें, लेकिन क्या अगर आपका जवाब 48 साल बाद आए? एक 70 साल की महिला की खबर वायरल हो रही है जिसने 48 साल पहले महिला ने मोटरसाइकिल स्टंट राइडर की नौकरी के लिए आवेदन किया था और उसको उसका आवेदन पत्र अब मिला है. पूर्व स्टंटवुमन टिज़ी हॉडसन को उस समय सुख हुआ की उसको उसका खोया हुआ पत्र वापस मिल गया है और वह लगभग 5 दशक बाद मिला है.

जनवरी 1976 में पत्र लिखा गया था और अब जाकर महिला को वह पत्र मिला. ऐसा बताया जा रहा है कि इतने सालों तक डाकघर के एक दराज के पीछे दबा रहा, लेकिन अब यह उसके पास वापस आ गया है.

पत्र के साथ आया लिखा हुआ नोट

लगभग 5 दशक बाद आए हुए पत्र पर एक नोट लिखा हुआ था, 'स्टेन्स पोस्ट ऑफिस द्वारा देरी से डिलीवरी, एक ड्रॉअर के पीछे मिला, केवल लगभग 50 साल की देरी के बाद. 'इस पत्र के आने से हॉडसन के संजोए हुए सपनों की याद फिर से ताजा हो गई. हॉडसन ने बीबीसी को बताया, 'मुझे हमेशा आश्चर्य होता था कि मुझे नौकरी के बारे में कभी कोई जवाब क्यों नहीं मिला,अब मुझे पता चला कि ऐसा क्यों हुआ.'

टिजी हॉडसन ने यह आवेदन लंदन में टाइप किया था. वह इस आवेदन के जवाब का बेसबरी से इंतजार कर रही थी, लेकिन उनको जवाब नहीं आया. उन्होंने बताया- 'हर दिन मैं अपनी पोस्ट ढूँढती थी, लेकिन वहाँ कुछ भी नहीं था, और मैं बहुत निराश थी क्योंकि मैं वाकई मोटरसाइकिल स्टंट राइडर बनना चाहती थी.' इतने समय बाद इस पत्र का मेरे पास आना मेरी लिए बहुत बड़ी बात है.

 

महिला का शानदार करियर

शुरुआत में सफलता न मिलने के बावजूद, टिजी हॉडसन ने अपना शानदार करियर बनाया. वह अफ्रीका में जाकर रहने लगी और वहां पर उन्होंने घोड़े और सांप पकड़ने का काम किया. उसके कुछ समय बाद उन्होंने उड़ना सीखा और वह एक एरोबैटिक पायलट और प्रशिक्षक बन गईं. उन्होंने याद किया कि वह लोगों को यह बताने के लिए सावधान नहीं रहती थीं कि वह 'महिला हैं' क्योंकि उन्हें लगता था कि उन्हें 'साक्षात्कार' मिलने का भी कोई मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने आगे कहा-'मैंने बेवकूफी में उनसे कहा कि मुझे परवाह नहीं है कि मेरी कितनी हड्डियाँ टूट सकती हैं, क्योंकि मैं इसकी आदी हो चुकी हूँ. '70 वर्षीय टिज़ी ने कहा, 'अगर मैं अपने युवा से बात कर सकती, तो मैं कहती कि जाओ और वह सब करो जो मैंने किया है.'

Similar News