AI पर सवाल उठाने वाले सुचिर बालाजी ने क्यों की 'आत्महत्या', दुनिया को किस खतरे से बचाना चाहते थे?
चैटजीपीटी डेवलप करने वाली प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के 26 वर्षीय रिसर्चर सुचिर बालाजी सैन फ्रांसिस्को स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए हैं. सुचिर ने हाल ही में OpenAI की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे.;
चैटजीपीटी डेवलप करने वाली प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के 26 वर्षीय रिसर्चर सुचिर बालाजी सैन फ्रांसिस्को स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए हैं. सुचिर ने हाल ही में OpenAI की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे. सैन फ्रांसिस्को पुलिस के अनुसार, यह घटना 26 नवंबर को हुई थी और 14 दिसंबर को इसका खुलासा हुआ. सुचिर बालाजी का कहना था कि AI से दुनिया को खतरा है.
टेकक्रंच को दिए गए बयान में कहा गया कि मुख्य चिकित्सा परीक्षक कार्यालय ने मृतक की पहचान 26 वर्षीय सुचिन बालाजी के रुप में की है और कहा गया है कि मौत का तरीका आत्महत्या के रुप में निर्धारित किया गया है. OCME ने निकटतम रिश्तेदारों को सूचित कर दिया है और इस समय प्रकाशन के लिए कोई और टिप्पणी या रिपोर्ट नहीं है.'
26 की उम्र में क्यों करनी पड़ी 'आत्महत्या'
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बालाजी लंबे समय से अपने घर से बाहर नहीं निकले थे और अपने दोस्तों तथा सहकर्मियों के फोन कॉल का भी जवाब नहीं दे रहे थे. जब उनके दोस्त और सहकर्मी उनके फ्लैट पर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था. उन्होंने इसके बाद सैन फ्रांसिस्को पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर फ्लैट में प्रवेश किया, जहां सुचिर बालाजी का शव मिला. प्रारंभिक जांच में किसी प्रकार की गड़बड़ी का कोई प्रमाण नहीं मिला है, और पुलिस को संदेह है कि यह आत्महत्या का मामला हो सकता है.
25 नवंबर को, उनके शव मिलने से एक दिन पहले, ओपनएआई के खिलाफ़ लाए गए कॉपीराइट मुकदमे में बालाजी का नाम कोर्ट में दर्ज किया गया. कंपनी और उसका सबसे बड़ा निवेशक माइक्रोसॉफ्ट, कथित तौर पर कॉपीराइट कानून तोड़ने के आरोप में NYT सहित कई अख़बारों और मीडिया प्रकाशकों की ओर से चल रहे कई मुकदमों में शामिल हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में बालाजी ने कहा था कि OpenAI का बिजनेस मॉडल अस्थिर और इंटरनेट के इकोसिस्टम के लिए काफी नुकसानदायक है. आगे कहा कि उन्होंने उन लोगों से कंपनी छोड़ने के लिए बाकायदा आवाहन किया था जिन्हें लगता था कि वे सही हैं