हिजबुल्‍ला के साथ समझौते पर क्‍यों राजी हुए नेतन्‍याहू? 'संघर्ष विराम' के साथ इजरायल की चेतावनी

Israel-Hezbollah ceasefire: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने एक बयान में कहा कि तीन मुख्य कारण हैं, जिनके लिए वह लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ युद्ध विराम चाहते हैं. उनका ये फैसला ऐसे समय में आया है, जब युद्ध को करीब एक साल से अधिक हो गए हैं.;

Israel-Hezbollah ceasefire
Edited By :  सचिन सिंह
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Israel-Hezbollah ceasefire: हिजबुल्‍ला और हमास पर लगातार अटैक करने वाला इजरायल एक झटके में संघर्ष विराम समझौते के लिए तैयार हो गया. हालांकि, इसे लेकर बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी कर बताया कि आखिर वह इस समझौते के लिए क्यों तैयार हो गए? उन्होंने कहा कि तीन मुख्य कारण हैं जिनके लिए वह अभी संघर्ष विराम चाहते हैं.

पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता के बीच हम सैन्य कार्रवाई की पूर्ण स्वतंत्रता बनाए रखते हैं। यदि हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है और खुद को हथियारबंद करने की कोशिश करता है तो इजरायल करारा हमला करेगा. यदि वह सीमा के पास टेररिस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का फिर से निर्माण करने की कोशिश भी करता है तो हम हमला करेंगे. यदि वह रॉकेट लॉन्च करता है, यदि वह सुरंग खोदता है, यदि वह रॉकेट ले जाने वाला ट्रक लाता है, तो हम इसका जवाब देंगे.'

पीएम नेतन्याहू ने बताए संघर्ष विराम के कारण

  1. 'पहला कारण ईरानी खतरे पर ध्यान केंद्रित करना है और मैं इस पर विस्तार से नहीं बताऊंगा.' -पीएम नेतन्याहू
  2. 'दूसरा कारण हमारे सैन्य बलों को राहत देना और स्टॉक को फिर से भरना है.' -पीएम नेतन्याहू
  3. 'युद्ध विराम करने का तीसरा कारण मोर्चों को अलग करना और हमास को अलग-थलग करना है' -पीएम नेतन्याहू

इजरायल के पास हथियार हुए खत्म?

पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'मैं खुले तौर पर कहता हूं, यह कोई रहस्य नहीं है कि हथियारों और युद्ध सामग्री की डिलीवरी में बड़ी देरी हुई है. ये देरी जल्द ही हल हो जाएगी. हमें उन्नत हथियारों की आपूर्ति मिलेगी जो हमारे सैनिकों को सुरक्षित रखेगी और हमें अपना मिशन पूरा करने के लिए अधिक स्ट्राइक फोर्स देगी.'

हिजबुल्लाह निकला धोखेबाज?

पीएम नेतन्याहू ने ने बताया कि युद्ध के दूसरे दिन से ही हमास, हिजबुल्लाह पर भरोसा कर रहा था कि वह उसके साथ लड़ेगा. हिजबुल्लाह के बाहर होने के बाद हमास अपने दम पर रह गया है. इजरायल, हमास पर अपना दबाव बढ़ाएंगे और इससे हमें अपने बंधकों को रिहा करने के हमारे पवित्र मिशन में मदद मिलेगी.'

युद्ध को हुए एक साल से अधिक

बता दें कि इजरायल और लेबनान के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है, जो पिछले साल 8 अक्टूबर को शुरू हुआ था. जब हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास और फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायल नियंत्रित क्षेत्र पर हमला किया था. इस संघर्ष में हिज़्बुल्लाह के कई नेता मारे गए हैं, जिनमें इसके संस्थापक हसन नसरल्लाह भी शामिल हैं. वहीं पेजर अटैक से हुए हमले में हजारों लोग घायल हुए हैं. युद्ध विराम के लिए बातचीत जारी रहने के बावजूद स्थिति अस्थिर बनी हुई है.

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