कौन हैं 'तुलसी गबार्ड? ट्रंप की जीत के बाद क्यों हो रही इस नाम की चर्चा!
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव खत्म होने के बाद अब तुलसी गबार्ड के नाम की चर्चा काफी तेज होना शुरू हो चुकी है. उम्मीद की जा रही है, कि नई सरकार में तुलसी गबार्ड को अहम और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. यदि ऐसा होता है तो यह भारत के भी हित में हो सकता है.;
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत हुई है. इस जीत के बाद दुनियाभर से उन्हें जीत की बधाई मिल रही है. वहीं अब उनकी इस जीत के बाद एख नाम सामने आ रहा है. जिसकी इस समय चर्चा काफी तेज है. वह नाम है 'तुलसी गबार्ड'. ट्रंप की जीत के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि तुलसी गबार्ड को ट्रंप सरकार में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है.
यदी ट्रंप सरकार में तुलसी गबार्ड को अहम भूमिका मिलती है, तो यह भारत के भी हित में हो सकता है.
कब हुईं थी ट्रंप पार्टी में शामिल?
कमला हैरिस की विरोधी तुलसी गबार्ड ने साल 2019 के चुनाव में कमला हैरिस को मात दी थी. वहीं कुछ समय के बाद उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी को छोड़कर रिपब्लिकन पार्टी में शमिल हुईं. हैरिस को हराने के लिए ट्रंप ने भी तुलसी गबार्ड पर विश्वास जताते हुए उनसे मदद की गुहार लगाई थी. उन्होंने साल 2022 में बाइडेन की पार्टी डेमोक्रेटिक पार्टी से अपना नाता तोड़ दिया था.
ट्रंप ने किया था एलान
बता दें कि डेमोक्रेटिक पार्टी का साथ और हाथ छोड़ने के बाद इंडीपेंडेंट चुनाव लड़ने का फैसला उन्होंने लिया था. लेकिन कुछ ही समय के बाद वह ट्रंप की पार्टी में शामिल हुईं थी. ऐसा तब हुआ जब ट्रंप ने उन्हें मंच से अपनी पार्टी में शामिल होने का एलान किया था. वहीं अमेरिका में पहली हिंदू सांसद और डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता रह चुकी हैं तुलसी गबार्ड.
वहीं ट्रंप द्वारा किए गए एलान के बाद तुलसी गबार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य होने की आधिकारिक घोषणा की थी. हालांकि इस फैसले ने सभी को एक बार के लिए चौंकाया जरुर था. आपको बता दें कि तुसली गबार्ड अमेरिका में जन्मी हैं. लेकिन उनकी मां इंडियन हैं. वहीं हिंदू धर्म में उनकी अधिक रुचि होने के कारण उनका नाम तुलसी रखा गया है.