अमेरिकी कोर्ट का भारत को समन, अजीत डोभाल समेत इन दिग्गजों का नाम, जानिए क्या है पूरा मामला?
US Court Summons India: अमेरिकी में न्यूयॉर्क की एक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या की कथित साजिश को लेकर भारत को समन जारी किया है और मामले में 21 दिन के अंदर जवाब भी मांगा है.;
US Court Summons India: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश के आरोप में अमेरिका की एक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने भारत को समन जारी किया है. मामले में कोर्ट ने भारत से 21 दिनों के अंदर जवाब भी मांगा है. भारत को ये समन खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कोर्ट कमें उसकी हत्या की साजिश का आरोप में सिविल मुकदमा दायर की है. इसे लेकर केंद्र सरकार ने अभी तक समन का जवाब नहीं दिया है.
अमेरिका के जारी किए गए समन में भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, पूर्व R&AW चीफ सामंत गोयल, R&AW एजेंट विक्रम यादव और भारतीय व्यवसायी निखिल गुप्ता के नाम शामिल हैं. सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, मुकदमे में खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत की संलिप्तता का भी आरोप लगाया गया है. निज्जर की 18 जून, 2023 को एक सिख गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
भारतीय नागरिक पर हत्या की साजिश का लगाया था आरोप
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद चार भारतीय नागरिकों पर प्रथम श्रेणी की हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. इस हत्या ने भारत और कनाडा के बीच एक बड़े कूटनीतिक विवाद को जन्म दिया. अमेरिका ने नवंबर 2023 में घोषणा की थी कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर न्यूयॉर्क में पन्नू के खिलाफ कथित हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था, जिसे नाकाम कर दिया गया था. पन्नू कट्टरपंथी संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस का चीफ है और उसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है. विदेश मंत्रालय ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारत ने उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है.
विदेश मंत्रालय के तत्कालीन प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, 'जहां तक एक व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी अदालत में दायर मामले का सवाल है, जिसमें उसे कथित तौर पर एक भारतीय अधिकारी से जोड़ा गया है. यह चिंता का विषय है. हमने कहा है कि यह सरकार की नीति के भी विपरीत है.' इस साल मई में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था कि भारत इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन उन्होंने ये भी कहा था कि इससे भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.