व्हाइट हाउस में ‘खजाने की बोली’! शरीफ-मुनीर ने ट्रंप को थमाए पाकिस्तान के दुर्लभ मिनरल्स

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की मुलाक़ात की नई तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर में मुनीर एक लकड़ी के डिब्बे में रखे रेयर अर्थ मिनरल्स की ओर इशारा करते दिख रहे हैं, जबकि ट्रंप ध्यान से उसे देख रहे हैं. पास खड़े शहबाज़ शरीफ़ हल्की मुस्कान के साथ मौजूद थे.;

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की मुलाक़ात की नई तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर में मुनीर एक लकड़ी के डिब्बे में रखे रेयर अर्थ मिनरल्स की ओर इशारा करते दिख रहे हैं, जबकि ट्रंप ध्यान से उसे देख रहे हैं. पास खड़े शहबाज़ शरीफ़ हल्की मुस्कान के साथ मौजूद थे.

यह मुलाक़ात वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई, जिसमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी शामिल रहे. बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली और इसे पाकिस्तान-अमेरिका रिश्तों में "नई शुरुआत" के तौर पर देखा जा रहा है.

शहबाज़ का ट्रंप को ‘शांति पुरुष’ बताना

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने ट्रंप को "man of peace" बताते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया भर में संघर्ष खत्म करने के लिए "ईमानदार कोशिशें" की हैं. उन्होंने जुलाई में पाकिस्तान और अमेरिका के बीच हुए टैरिफ समझौते के लिए भी ट्रंप का आभार जताया. इस समझौते के तहत अमेरिका ने पाकिस्तानी आयात पर 19% टैरिफ तय किया है और साथ ही पाकिस्तान के तेल भंडारों के विकास में मदद करने का वादा किया है.

शहबाज़ शरीफ़ ने भरोसा जताया कि ट्रंप के नेतृत्व में पाकिस्तान-अमेरिका साझेदारी और मजबूत होगी और दोनों देशों को पारस्परिक लाभ मिलेगा. उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को पाकिस्तान के कृषि, आईटी, खनन और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित भी किया.

अमेरिका की नज़र पाकिस्तान के रेयर अर्थ मिनरल्स पर

बैठक ऐसे समय में हुई जब दोनों देशों के बीच आर्थिक और खनन सहयोग को लेकर कई अहम समझौते हुए हैं. पाकिस्तान की फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गेनाइजेशन ने इस महीने अमेरिका की मिसूरी स्थित कंपनी US Strategic Metals के साथ करार किया है. इस साझेदारी के तहत पाकिस्तान में एक पॉली-मेटालिक रिफाइनरी स्थापित करने की योजना है.

इसके अलावा पाकिस्तान की नेशनल लॉजिस्टिक्स कॉर्प और पुर्तगाल की Mota-Engil Group के बीच भी समझौता हुआ. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, शहबाज़ शरीफ़ ने दोनों कंपनियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात की और पाकिस्तान में कॉपर, गोल्ड, रेयर अर्थ और अन्य खनिज संसाधनों के विकास पर चर्चा की.

तुरंत शुरू होगा खनिजों का निर्यात

आधिकारिक बयान में कहा गया कि साझेदारी के तहत पाकिस्तान से तुरंत उपलब्ध खनिजों का निर्यात शुरू होगा, जिसमें एंटिमनी, कॉपर, गोल्ड, टंग्स्टन और रेयर अर्थ एलिमेंट्स शामिल हैं. शहबाज़ शरीफ़ का दावा है कि पाकिस्तान के पास खरबों डॉलर मूल्य के खनिज भंडार मौजूद हैं. अगर विदेशी निवेश को बढ़ावा मिले, तो पाकिस्तान अपनी लम्बे समय से चली आ रही आर्थिक तंगी से बाहर निकल सकता है और विदेशी क़र्ज़ के बोझ से भी राहत पा सकता है.

चुनौतियों से भरा रास्ता

हालांकि, पाकिस्तान के ज्यादातर खनिज भंडार बलूचिस्तान में मौजूद हैं, जहां लंबे समय से उग्रवाद और अलगाववादी आंदोलनों की वजह से संसाधनों का दोहन विवादों में घिरा रहा है. स्थानीय संगठनों ने विदेशी और पाकिस्तानी कंपनियों द्वारा खनिज निकासी का कड़ा विरोध किया है.

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