पहले किया बलात्कार, फिर अपनी मौत का ड्रामा बनाकर भागा लंदन; जब खुला राज तो मिली ये सजा
अमेरिकी नागरिक निकोलस रॉसी ने 2008 में अपनी पूर्व प्रेमिका से बलात्कार किया और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी मौत का झूठा नाटक रचकर स्कॉटलैंड भाग गया. कई सालों की फरारी और झूठी पहचान के बाद उसकी सच्चाई सामने आई. अदालत ने उसे 5 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा सुनाई.;
अमेरिका के यूटा राज्य से जुड़े एक चौंकाने वाले मामले में एक ऐसे व्यक्ति को सजा सुनाई गई है जिसने 17 साल पहले अपनी पूर्व प्रेमिका से बलात्कार किया था और फिर गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी मौत का नाटक रचकर स्कॉटलैंड भाग गया. 38 वर्षीय निकोलस रॉसी (Nicholas Rossi) को अदालत ने सोमवार को पांच साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा सुनाई है.
रॉसी ने अपनी पहचान छिपाने और न्याय से बचने के लिए ऐसे-ऐसे हथकंडे अपनाए जिन पर किसी फिल्म की कहानी भी फीकी पड़ जाए. उसने न केवल अपनी झूठी मृत्यु का ऐलान किया, बल्कि खुद को कैंसर पीड़ित और एक आयरिश व्यक्ति बताकर यूरोप में सालों तक फरारी काटी.
अदालत ने कहा- 'वह भागने का जीवंत उदाहरण है'
यूटा राज्य के स्टेट जज बैरी लॉरेंस (Barry Lawrence) ने सजा सुनाते हुए कहा कि रॉसी ने जांच से बचने और पहचान छिपाने के लिए इतने प्रयास किए कि यह 'भागने के खतरे की परिभाषा' है. जज लॉरेंस ने कहा कि,'वह भागने के खतरे की जीवंत परिभाषा है. उसने जांच से बचने के लिए देश छोड़ दिया, एक नकली पहचान अपनाई, और इस मामले में भी उसने यह स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि वह कौन है. उन्होंने आगे कहा कि 'मेरा निष्कर्ष है कि इस मामले में एकमात्र उचित सजा यही है. तुम्हें जेल भेजा जाए.'अदालत ने इसे एक “गंभीर अपराध और षड्यंत्रपूर्ण प्रयासों का मामला” करार दिया.
2008 में किया था बलात्कार, अब मिली सजा
निकोलस रॉसी को अगस्त 2025 में अपनी पूर्व प्रेमिका से 2008 में हुए बलात्कार के आरोप में दोषी पाया गया था. यूटा राज्य के कानून के अनुसार, न्यायिक आयोग यह तय करेगा कि उसे कब तक जेल में रहना होगा. उसे जनवरी 2024 में ब्रिटेन से प्रत्यर्पित (extradited) किया गया था.
अपनी मौत का नाटक रचा, प्रकाशित की झूठी ऑबिच्युरी
रॉसी ने फरार होने से पहले अपने असली नाम “निकोलस अलाहवर्डियन” के नाम से एक झूठी ऑबिच्युरी (मृत्यु सूचना) प्रकाशित कराई, जिसमें दावा किया गया था कि वह नॉन-हॉजकिंस लिम्फोमा (Non-Hodgkin's Lymphoma) से मर गया है. 2019 में उसने लोगों को यह भी विश्वास दिलाया कि वह कैंसर के अंतिम चरण में है, और फिर अचानक गायब होकर यूके भाग गया.
स्कॉटलैंड में पकड़ा गया- 'मैं आर्थर नाइट हूं' का दावा
अक्टूबर 2021 में रॉसी को तब गिरफ्तार किया गया जब उसने स्कॉटलैंड के ग्लासगो अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के लिए भर्ती होकर खुद को “आर्थर नाइट” (Arthur Knight) नामक आयरिश अनाथ बताया. लेकिन पुलिस ने Interpol की सूची से उसके टैटू मिलाए और पहचान पक्की कर दी.
'टैटू मेरे होश में नहीं बनाए गए'- रॉसी का बचाव
पूरी कानूनी प्रक्रिया के दौरान रॉसी ने लगातार गलत पहचान का दावा किया. उसने यहां तक कहा कि उसके टैटू “बेहोशी की हालत में जबरन बनाए गए” ताकि उसे वांछित व्यक्ति जैसा दिखाया जा सके. उसने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में उसके फिंगरप्रिंट्स बदल दिए गए ताकि उसे दोषी साबित किया जा सके.
फर्जी व्हीलचेयर और ऑक्सीजन मास्क
प्रत्यर्पण सुनवाई के दौरान रॉसी व्हीलचेयर और ऑक्सीजन मास्क के साथ अदालत पहुंचा. लेकिन डॉक्टर की जांच में खुलासा हुआ कि उसकी हालत सामान्य थी. डॉक्टर ने कहा, “उसके पैर मजबूत और एथलेटिक हैं, चिकित्सा रूप से किसी व्हीलचेयर की जरूरत नहीं.” Sky News के अनुसार, रॉसी ने पिछले वर्षों में कम से कम 12 नकली पहचानें अपनाईं ताकि गिरफ्तारी से बच सके. सितंबर 2025 में वह अमेरिका में एक अन्य बलात्कार मामले में भी दोषी ठहराया गया है, जिसके लिए नवंबर में उसे दूसरी सजा सुनाई जाएगी.