तीन दिवसीय विदेश यात्रा से लौटे PM Modi, 10 प्वाइंट्स में जानें क्या क्या हुआ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय विदेश यात्रा से भारत के लिए वापसी लौट चुके हैं. इन तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने कई बैठक की. साथ ही विदेश में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. साथ ही विदेश यात्रा के अंतिम दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात हुई.;
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय विदेश यात्रा से भारत वापसी के लिए रवाना हो चुके हैं. इन तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने कई बैठक की. साथ ही विदेश में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. साथ ही विदेश यात्रा के अंतिम दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात हुई. एक महीने में दोनों नेताओं के बीच दो बार मुलाकात हो चुकी है. वहीं, इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर चर्चा की है.
पीएम की विदेश यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में क्वाड लीडर्स समिट और भविष्य के शिखर सम्मेलन (SOTF) में भाग लिया. इसके साथ ही, उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें भी कीं.
1. इन मुद्दों पर बनी सहमति
प्रधानमंत्री के दौरे में ड्रोन की आपूर्ति के साथ-साथ सेमीकंडक्टर उत्पादन जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर सहमति बनी है. हालांकि अमेरिका से तकनीक हासिल करना आसान नहीं है, पर दोनों देशों के बीच संस्थागत व्यवस्था ऐसी है कि इस मामले में सहयोग लगातार बढ़ा है. ऐसे ही विदेश यात्रा के दौरान क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम ने शिरकत की थी. इस शिखर सम्मेलन में व्यापारिक प्रावधानों पर भारत ने अपनी सहमति दी है.
2. भारत में होना था सम्मेलन
साल 2021 में शुरू हुए इस क्वाड सम्मेलन की यह छटी बैठक थी. हालांकि इस बार बैठक भारत में प्रस्तावित थी. लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन के अनुरोध पर इस बार की बैठक अमेरिका में आयोजित की गई. ऐसे में कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले क्वाड सम्मेलन की बैठक भारत में ही आयोजित होगी.
3. बैठक के क्या है मायने?
इस बैठक के कई मायने निकलकर सामने आते हैं. पहला संबोधन में पीएम मदी ने किसी भी देश या फिर समूह के खिलाफ न होने की बात की. कई मुद्दों पर आपसी सहमति तो बनी लेकिन इसके साथ-साथ यह भी साफ किया कि भारत किसी भी समूह या फिर विदेश के खिलाफ नहीं है. इसका उद्देश्य वैश्विक भलाई है. इस समूह में चार सामुद्रिक लोकतंत्र- भारत, अमेरिका, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया- सदस्य हैं. इन देशों में यह समन्वय है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जानी चाहिए. इस क्षेत्र में कई विकासशील देश हैं और उनकी क्षेत्रीय समस्याएं हैं. ऐसे देशों को क्वॉड किस प्रकार सहयोग और सहायता कर सकता है, यह एक प्रमुख उद्देश्य है. प्रधानमंत्री ने इसके साथ-साथ सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की है.
4. स्वास्थ्य एक बड़ी चिंता
प्रधानमंत्री ने कहा विदेश यात्रा के दौरान कहा कि आज सुरक्षा एक बड़ी चिंता है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल को हमने देखा है. जिसे लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर वैक्सीन पर परस्पर सहयोग मिला है. साथ ही विभिन्न तरीकों के टीकों की पूर्ति पर भी चर्चा हो रही है. इस सम्मेलन में कैंसर के निस्तारण पर भी बात हुई. जहां भारतीय कंपनी कैंसर के टीके तैयार करने के लिए क्वाड देश के तीकनीकों के निवेश और अन्य तरह से सहायता करेंगी. इस पर अन्य देश भी सहमत हुई है. सामुद्रिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस बार गंभीर चर्चा हुई है.
5. AI को लेकर क्या बोले पीएम?
इस यात्रा के दौरान पीएम ने AI को लेकर बात की है. उन्होंने कहा कि देशवासियों के लिए AI का अर्थ है आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस. लेकिन मैं यह नहीं मानता हूं. अमेरिका में AI की नई व्याख्या बताते हुए पीएम ने कहा कि एआई का अर्थ है अमेरिकन- इंडियन. प्रधानमंत्री बोले कि अमेरिका और इंडिया एक स्पीरिट है. यही स्पीरिट नई दुनिया का एआई पावर है. यही एआई स्परिट भारत-अमेरिका रिश्तों को नई ऊंचाई दे रहा है. मैं आप सभी को, इंडियन डायसपोरा को सेल्यूट करता हूं. आई सेल्यूट यू ऑल..''
6. जेलेंस्की ने किया धन्यवाद
अपनी विदेश यात्रा के आखिरी दिन न्यू यॉर्क में प्रधानमंत्री की मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से हुई. यात्रा में दोनों नेताओं की मुलाकात भी आकर्षण का केंद्र बनी. ऐसा इसलिए क्योंकी बीते तीन महीनों में जेलेंस्की से तीन बार मुलाकात हो चुकी है. वहीं एक महीने में यूक्रेन के राष्ट्रपति से दो बार मुलाकात हुई है. दोनों नेताओं के बीच द्वीपक्षीय संबंध पर बातचीत हुई. साथ ही जेलेंस्की ने इस यात्रा को लेकर पीएम की सरहाना करते हुए पीएम के प्रयासों के प्रति आभार भी जताया है.
7. युद्ध पर लगेगा विराम?
दोनों नेताओं की बार-बार मुलाकात से इस बात पर उम्मीदें काफी प्रबल होती दिखाई दे रही है, कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के इन प्रयासों की सहायता से दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव पर विराम लग सकता है? ऐसा इसलिए भी क्योंकी रशिया और यूक्रेन दोनों देशों के साथ भारत के काफी अच्छे संबंध है. प्रधानमंत्री ने विदेश में भी शांति प्रस्ताव पर ही बात कही है.
8. गरीबी पर पीएम मोदी का संदेश
अपने इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने गरीबी को लेकर भी खास संदेश देते हुए कहा कि 'आज, मैं मानवता के छटे हिस्से की आवाज लाने के लिए यहां आया हूं. उन्होंने कहा कि हमने भारत के 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. साथ ही म सफलता के इस अनुभव को ग्लोबल साउथ के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं.
9. बाइडन को पीएम मोदी ने दिया गिफ्ट
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने बाइडेन के आवास पर उनसे मुलाकात की. साथ ही इस बैठक के बाद राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को खास तोहफा भी दिया. इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ने बाइडेन को हाथ से तैयार की गई चांदी की ट्रेन तोहफे में दी. इतना ही नहीं उनकी पत्नी को पश्मीना शॉल गिफ्ट में दी.
10. टेक दिग्गजों के साथ हुई मुलाकात
यात्रा के दौरान टेक कंपनियों के सीईओ से भी प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हुई. इस मुलाकात में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि अपने डिजिटल विजन से पीएम ने भारत को बदलने में काफी ध्यान केंद्रित किया है. उन्होंने हमसे भारत में निर्माण और डिजाइनिंग जारी रखने का आग्रह किया और हमें यहां अपने पिक्सेल फोन का निर्माण करने पर गर्व है.