ये पैसा बोलता है! 4850 करोड़, FTA और ... तो इस वजह से पीएम मोदी के लिए बदले मुइज्जू के सुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में भाग लिया और 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा देने की घोषणा की. राष्ट्रपति मुइज्जू, जो पहले ‘इंडिया आउट’ अभियान से सत्ता में आए थे, अब भारत को मालदीव का 'सबसे भरोसेमंद मित्र' बता रहे हैं. दोनों नेताओं ने FTA, UPI, लोन रीपेमेंट जैसे अहम समझौतों को जल्द लागू करने पर सहमति जताई. मुइज्जू ने पीएम मोदी की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए भारत-मालदीव संबंधों को भविष्य में और प्रगाढ़ होने की उम्मीद जताई.;
PM Modi Maldives President Mohamed Muizzu: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (26 जुलाई) को मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता दिवस परेड में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में हिस्सा लिया. माले के रिपब्लिक स्क्वायर में हुए इस भव्य आयोजन में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुईज्जू भी मौजूद रहे. इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, उप-राष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद लतीफ, संसद अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से मुलाकात की.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि इन बैठकों में भारत-मालदीव के गहरे रिश्तों और आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया गया. पीएम मोदी ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, "मालदीव के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से सार्थक मुलाकात हुई. सभी पक्षों की भागीदारी इस मजबूत और समय-परीक्षित मित्रता के लिए द्विदलीय समर्थन को दर्शाती है. हमारी साझी मूल्य प्रणाली इस संबंध को दिशा देती रहेगी."
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत को लेकर बड़ी बातें
- भारत यात्रा पर: जब राष्ट्रपति मुइज्जू से पूछा गया कि क्या वे इस वर्ष भारत यात्रा करेंगे, तो उन्होंने कहा, "उम्मीद है. पता नहीं इस साल या नहीं, लेकिन निकट भविष्य में जरूर."
- भारत की भूमिका पर: हमने देखा है कि भारत ने अतीत में मालदीव की कितनी मदद की है. कोई शक नहीं कि आने वाले समय में भारत हमारा एक बेहद अहम साझेदार बना रहेगा.
- PM मोदी की प्रशंसा: वह एक शानदार व्यक्तित्व हैं, जो पड़ोसी देशों से मजबूत रिश्ते बनाने के प्रति बेहद समर्पित हैं. भारत और मालदीव के संबंध सदियों पुराने हैं, और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ये रिश्ते और समृद्ध होंगे."
- भारत से समझौते (Line of Credit, UPI, FTA) पर: इन समझौतों से मालदीव को बहुत लाभ होगा. हमने जो MoUs साइन किए हैं, उन्हें जल्द लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. ये दोनों देशों के नागरिकों और पर्यटकों के लिए फायदेमंद साबित होंगे. FTA पर काम शुरू हो चुका है और जल्द इसे अंतिम रूप देंगे."
मोदी ने India-Maldives Parliamentary Friendship Group के गठन का किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने India-Maldives Parliamentary Friendship Group के गठन का स्वागत किया और दोहराया कि मालदीव भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति और 'महासागर दृष्टि' का एक अहम स्तंभ बना रहेगा. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी हमारे 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में हमारे साथ आए. पीएम मोदी कई बार हमारे यहां आ चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने हमारे साथ कई घंटे बिताए... प्रधानमंत्री मोदी ने यहां के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया. प्रधानमंत्री के साथ मेरी मुलाकात बहुत फलदायी रही और हमने पर्यावरण के बारे में बात की. प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के मामलों में रुचि रखते थे. हमारी अच्छी चर्चा हुई..."
‘इंडिया आउट’ से ‘India’s Trusted Partner’ तक, बदला मुइज्जू का रुख
भारत-मालदीव संबंधों में यह नया अध्याय खास महत्व रखता है, क्योंकि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है. वह नवंबर 2023 में 'इंडिया आउट' अभियान के बल पर सत्ता में आए थे. कार्यकाल की शुरुआत में ही उन्होंने भारतीय सैन्य कर्मियों को मालदीव से हटाने की मांग कर दी थी, जिससे रिश्तों में तनाव आ गया था. भारत ने सैन्य कर्मियों के स्थान पर असैन्य स्टाफ तैनात कर दिया था. हालांकि अब बर्फ पिघलती दिख रही है.
पीएम मोदी ने मालदीव पहुंचने पर राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा हवाई अड्डे पर स्वागत किए जाने को सराहा और दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद जताई. उन्होंने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा देने की घोषणा करते हुए भारत को उसका सबसे भरोसेमंद मित्र बताया.