जब अचानक सदन में Haka Dance करने लगी महिला सांसद, मचा बवाल, फिर विधेयक की कॉपी भी फाड़ी
न्यूजीलैंड की ससंद में बवाल मचा, जब एक 22 साल की सांसद विधेयक फाड़ देती है. इतना ही नहीं, वह ट्रेडिशनल डांस भी करती हैं, जिससे पूरे ससंद में हल्ला मच जाता है. यह पहली घटना नहीं है जब हाना ने ऐसा किया हो.;
हाल ही में न्यूजीलैंड की संसद में बवाल मच गया. इस देश की युवा सासंद हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क ने ट्रे़डिशनल माओरी डांस किया. इतना ही नहीं, हाना ने एक बिल की कॉपी भी फाड़ दी. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट की मानें, तो यह कॉन्ट्रोवर्शियल प्रपोज्ड कानून का मकसद स्वदेशी माओरी और ब्रिटिश क्राउन के बीच देश के संस्थापक समझौते को परिष्कृत करना है.
यह बात पिछले साल की है. जब मैपी-क्लार्क चर्चा में आई थीं. उन्होंने संसद में अपने पहले भाषण के दौरान हाका किया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.
विधेयक बिल फाड़ा
आज ट्रीटी प्रिंसिपल बिल पर वोट का वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल रहा है. इस वीडियो में 22 साल ते पाटी माओरी सांसद ने संधि सिद्धांत विधेयक पर मतदान को बाधित किया और इसे फाड़ दिया.
1840 में वेटांगी में निश्चित किए गए सिद्धांतों के अंतर्गत यह वादा किया गया था कि जनजातियों को ब्रिटिशों को सौंपने के बदले में उन्हें अपनी भूमि और हितों की रक्षा करने का अधिकार है.
संधि के बारे में जानें
बता दें कि उनके लिए यह संधि सरकार और माओरी के बीच संबंधों को निर्देशित करती है. समाचार एजेंसी ने बताया कि बिल में यह स्पष्ट किया जाएगा कि ये अधिकार सभी न्यूज़ीलैंड वासियों पर लागू होने चाहिए. पिछले हफ़्ते कथित तौर पर इस बिल को ACT न्यूज़ीलैंड पार्टी ने पेश किया था, जो देश की केंद्र-दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार की सहयोगी है. इस बिल को बहुत कम समर्थन मिला है और इसके कानून बनने की संभावना नहीं है. आलोचकों का मानना है कि इस बिल से नस्लीय विवाद और संवैधानिक उथल-पुथल का खतरा है. इसने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा दिया है. हालांकि, प्रस्तावित कानून ने गुरुवार को अपना पहला वोट पारित कर दिया.
कौन हैं हाना-रावहिती?
हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क न्यूजीलैंड की एक पॉलिटिशियन हैं, जो 2023 के न्यूजीलैंड आम चुनाव के बाद से संसद सदस्य के रूप में ते पाटी माओरी को रिप्रजेंट कर रही हैं. वह जेम्स स्टुअर्ट-वोर्टली के बाद सबसे कम उम्र की सांसद हैं, जो 1853 के चुनाव में 20 साल और 7 महीने की उम्र में चुने गए थे.