लेबनान बना कब्रिस्तान! हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर को इजरायल ने घेरकर मारा, ड्रोन फूटेज आई सामने; देखें VIDEO
Israel-Hezbollah War: इजरायल के लगातार हो रहे हमले की वजह से लेबनान की हालत खराब हो गई है. जहां तक देखा जाए तबाही का मंजर ही दिख रहा है. इजरायल अब हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर को भी घेर-घेरकर मारने में लगा है. हाल में ही हिजबुल्लाह टॉप कमांडर के ढेर होने की खबर सामने आई है. 1973 में दक्षिणी लेबनान के ऐता अल-शाब गांव में जन्मे मोहम्मद हुसैन सरूर 1996 में हिजबुल्लाह में शामिल हो गए थे.;
Israel-Hezbollah War: इजरायल ने हिजबुल्लाह के एरियल कमांडर मोहम्मद सरूर को घेरकर मारने का दावा किया है. इज़राइल रक्षा बल (IDF) ने कहा कि उसने मोहम्मद हुसैन सरूर उर्फ अबू सालेह जिस बिल्डिंग में रह रहे थे, उस पर हवाई हमले के जरिए ताबड़तोड़ रॉकेट दागें और एरियल कमांडर को मारने में सफल रहा. सरूर की बिल्डिंग ठीक वहीं थी जहां पिछले शुक्रवार को बेरूत में हिज़्बुल्लाह के राडवान फ़ोर्स, इब्राहिम अकील और अन्य कमांडरों को एक हमले में मार गिराया गया था.
आईडीएफ ने मुहम्मद हुसैन सरूर पर किए गए अटैक का ड्रोन फूटेज शेयर किया है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बिल्डिंग पर चारों ओर से बमों की बारिश हो रहा है. इसी बिल्डिंग में छिपा था हिजबुल्लाह के एरियल कमांडर मोहम्मद सरूर. जिसे इजरायल ने घेरकर मार गिराया. स्थिति ये बन गई है कि लेबनान में हर जगह लाश ही लाश देखने को मिल रहा है. 1973 में दक्षिणी लेबनान के ऐता अल-शाब गांव में जन्मे सरूर 1996 में हिजबुल्लाह में शामिल हो गए थे.
इजराइल ने अब तक कई हिजबुल्लाह कमांडर को मार गिराया
आईडीएफ ने एक बयान में कहा, 'हाल के सालों में सरूर ने दक्षिणी लेबनान में यूएवी के निर्माण परियोजना का नेतृत्व किया और लेबनान में यूएवी निर्माण और खुफिया जानकारी एकत्र करने वाले स्थलों की स्थापना की, जो बेरूत और दक्षिणी लेबनान में नागरिक बुनियादी ढांचे के निकट स्थित हैं.' इसमें कहा गया है, 'वह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल इकाई, यमन में हिजबुल्लाह के दूत और हौथी आतंकवादी शासन की हवाई कमान के भी कमांडर थे.' इससे पहले इब्राहिम कुबैसी, इब्राहिम अकील, फुआद शुक्र, मोहम्मद नासिर और तालेब अब्दुल्ला जैसे शीर्ष हिजबुल्लाह कमांडर इजरायली हमलों में मारे जा चुके हैं.
इजराइल ने युद्धविराम से साफ किया इनकार
सोमवार से लेबनान में इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष में करीब 700 लोग मारे गए हैं. इसके बाद ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध विराम की संभावना से मना कर दिया है. उन्होंने लेबनान में 21 दिन के युद्ध विराम के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इजरायल अपने लक्ष्य हासिल होने तक हिजबुल्लाह पर पूरी ताकत से हमला करना जारी रखेगा. नेतन्याहू ने कहा, 'हम हिजबुल्लाह पर पूरी ताकत से हमला जारी रखे हुए हैं और हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम अपने सभी टारगेट को पूरा नहीं कर लेते हैं.'