युद्ध के 10 साल बाद इजराइल को मिले सैनिक के अवशेष, 2014 में हमास ने ली थी जान
इजराइल-हमास से बीच जारी समझौते के बीच इजराइली सेना ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रविवार को गाजा पट्टी से एक अभियान के तहत सैनिक स्टाफ ओरोन शॉल का शव या अवशेष बरामद किए है. वहीं इस बीच PM नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि तीन बंधकों की लिस्ट नहीं देता तब तक गाजा में संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा.;
इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम पर समझौता हो चुका है. इसी कड़ी में रविवार को इजराइल डिफेंस फॉर्स ने जानकारी दी कि उन्हें गाजा पट्टी से एक अभियान के तहत सैनिक स्टाफ ओरोन शॉल का शव या अवशेष बरामद किए है. जानकारी के अनुसार ये वही सैनिक है जिसे हमले के दौरान साल 2014 में ही हमास ने मार गिराया था.
वहीं शव को बरामद के लिए IDF ने अभियान चलाया वहीं यह अवशेष युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई से कुछ घंटे पहले बरामद किए गए. उनके शव को वापस इजराइल लाकर अबू कबीर फोरेंसिक संस्थान पहचान के लिए भेजा गया.
परिजनों को दी गई सूचना
इजराइल में सैनिक का शव वापस लाने के बाद उनके परिवार को इसकी सूचना दी गई. आपको बता दें कि 2014 में 20 जुलाई को हमले के दौरान गोलानी ब्रिगेड की 13वीं बटालियन के सैनिकों ने गाजा के शोजया में एंट्री ली थी. इसी दौरान उनकी APC एक गली में फंस गई. काफी निकलने की कोशिश भी की गई थी. लेकिन इसमें कामियाबी नहीं मिली वहीं हमास के फाइटर प्लेन ने एंटी टैंक मिसाइलों से हमला कर दिया. इसमें कई सैनिकों की मौत हुई थी. जानकारी के अनुसार इस हमले में सिर्फ ओरोन ही नहीं शामिल थे. उनके साथ-साथ इजराइल के कई सैनिक भी मौजूद थे. जिन्होंने हमले में जान गंवाई. लेकिन हमास हमले के दौरान ओरोन के शव को अपने साथ ले गया था. जिसे अब लौटाया गया.
PM नेतन्याहू ने दी चेतावनी
वहीं इजराइली PM नेतन्याहू की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हमास जब तक कई फिल्सिकीनी कैदियों के बदले में रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों की लिस्ट नहीं देता तब तक गाजा में संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा. इस बीच इजराइली सेना का कहना है कि गाजा पट्टी पर अभी भी युद्ध जारी है. इसके पीछे का मुख्य कारण हमास के साथ जारी संघर्ष विराम को प्रभावी होने में समय लग रहा है.