कहीं ये तीसरे विश्व युद्ध की आहट तो नहीं? यूक्रेन से लड़ने उत्तर कोरिया ने रूस भेजे अपने सैनिक
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया था कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की तरफ से लड़ने के लिए उत्तर कोरिया के दस हजार सैनिकों को तैयार किया जा रहा है. इन बातों से पता चलता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में तीसरा देश कूद सकता है. अगर ऐसा होता है तो उत्तर कोरिया और पश्चिम के बीच तनाव बढ़ेगा. ये कदम तीसरा विश्व युद्ध की शुरुआत लेकर आ सकता है.;
रूस यूक्रेन के बीच जंग पिछले दो सालों से लगातार जारी है. अभी तक यह लड़ाई किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है. अब इस जंग में नॉर्थ कोरिया भी कूद पड़ा है. दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की सहायता के लिए अपने सैनिकों को भेजा है.
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया था कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की तरफ से लड़ने के लिए उत्तर कोरिया के दस हजार सैनिकों को तैयार किया जा रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि कुछ उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती भी हो चुकी है. इन बातों से पता चलता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में तीसरा देश कूद सकता है. अगर ऐसा होता है तो उत्तर कोरिया और पश्चिम के बीच तनाव बढ़ेगा. हो सकता है कि ये कदम तीसरा विश्व युद्ध की शुरुआत लेकर आ सकता है.
विश्व युद्ध की शुरुआत तो नहीं?
कयास लगाया जा रहा है कि यूक्रेन में उत्तर कोरिया के सैनिकों के उतरने के बाद हालात बिगड़ सकते हैं. अभी तक ये युद्ध दो देशों के बीच चल रहा था लेकिन तीसरे देश के शामिल होने के बाद यूक्रेन के समर्थक देश भी अपना सहयोग देने के लिए सैनिकों को भेज सकता है. अभी तक रूस को दक्षिण कोरिया, ईरान, चीन का समर्थन रहा है. वहीं यूक्रेन को नाटो देश का समर्थन प्राप्त है जिसमें अमेरिका भी आता है. अगर अमेरिका और अन्य नाटो देश यूक्रेन की सहायता करने चले आए तो यह विश्व युद्ध का रूप ले सकता है.
किम जोंग उन की नागरानी में हुई ट्रेनिंग
दक्षिण कोरिया की नेशनल सर्विस इंटेलिजेंस ने सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों को जारी किया है. तस्वीरों में उत्तर कोरियाई सैनिकों को देखा जा सकता है. बताया जाता है कि रूस में तैनात किए जाने से पहले उत्तर कोरियाई सैनिकों को किम जोंग उन की व्यक्तिगत देखरेख में ट्रेनिंग दी गई है. सैनिकों को यूक्रेन में खास लड़ाई के लिए भेजा गया है.
कितने भेजे गए सैनिक?
दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप ने बताया कि उत्तर कोरिया ने कुल 12 हजार सैनिकों को रूस भेजने का निर्णय लिया है. साथ ही रूस ने यूक्रेन की सहायता से रोकने के लिए पश्चिमी देशों को एक बार फिर परमाणु शक्ति दिखाई है। हर बार व्लादिमीर पुतिन यह सन्देश दे रहे हैं कि उनके पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का जखीरा है. रक्षा मंत्रालय ने भी बताया कि रूस अपनी सामरिक परमाणु बलों की मिसाइल इकाई की तैयारी का परीक्षण कर रहा है.
उत्तर कोरिया के साथ क्या करना चाहता है रूस?
उत्तर कोरियाई सैनिक जब रूस की सेना में शामिल होगी तो रूस अपनी सुरक्षा कम किए बिना ज्यादा से ज्यादा सैनिकों को तैनात कर सकता है. साथ ही रूस को और सैनिकों को जुटाने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा रूस को आर्थिक संकट में फंसने नहीं देगा.