अमेरिका की सुरक्षा के लिए भारत क्यों है अहम? चाइना-पाकिस्तान की बढ़ रही टेंशन
अमेरिका ने राष्ट्रीय सलाहाकार को माइक वॉल्ट्ज को चुन लिया है. वहीं भारत और अमेरिका के साथ अच्छे संबंध के लिए उन्हें बेहतरीन माना जा रहा है. हालांकि भारत-अमेरिका के अच्छे रिश्तों को लेकर पाक-चाइना की चिंता बढ़ सकती है.;
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना राष्ट्रीय सलाहाकार माइक वॉल्ट्ज को चुन लिया है. इस बीच उन्हें लेकर चर्चाएं तेज हैं कि वह भारत के लिए बेहतर साबित होने वाले हैं. लेकिन इससे चाइना और पाकिस्तान की चिंता बढ़ सकती है. ऐसा उनके पहले के बयानों को ध्यान में रखते हुए कहा जा रहा है. वो बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका को भारत के साथ संबंध अच्छे रखना जरूरी है.
वहीं पाकिस्तान और चाइना के गठजोड़ की अगर बात की जाए तो उन्होंने भारत समेत अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था. राष्ट्रीय सलाहकार चुने जाने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ने उन्हें लेकर बयान दिया था. उन्होंने भारत और अमेरिका के रिश्तों के लिए उन्हें अच्छा बताया है.
भारत होगा अच्छा सहयोगी
माइक वाल्ट्ज ने कहा कि भारत को अमेरिका के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकी दोनों देश लोकतांत्रिक देश हैं और चीन के साथ कड़े मुकाबले के लिए भारत अच्छा सहयोगी अमेरिका के लिए साबित हो सकता है. दोनों देशों की दोस्ती पर वह पहले भी बयान दे चुके हैं. साल 2023 में उन्होंने एक भाषण में कहा था कि भारत और अमेरिका की दोस्ती 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण जोड़ी है.
अमेरिका की सुरक्षा के लिए भारत अहम
वहीं उनका मानना है कि जिस तरह 20वीं सदी में अमेरिका के संबंध जापान, साउथ कोरिया और नाटो जैसे देश से रहे हैं. ठीक उसी तरह 21वीं सदी में भारत के साथ संबंध बेहतर होंगे. यदि ऐसा होता है तो अमेरिका की सुरक्षा के लिए यह काफी बेहतरीन साबित होगा. कई बार उन्होंने कहा कि भारत की वर्कफोर्स अमेरिका की सप्लाई चेन को मजबूत बनाए रखने का जरिया हो सकती है. चीन पर इसकी निर्भरता अधिक है. वहीं उनकी राष्ट्रीय सलाहकार के तौर पर नियुक्ति भारत के लिए उत्साह भरी खबर है. जबकि चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़ सकती है.