जेल से इमरान खान की ललकार! ऐसा क्या कह दिया जो पाकिस्तान में मचा बवाल? इंटरनेट बंद और लॉकडाउन जैसे हालात
पाकिस्तान में लॉकडाउन जैसे हालत हो गए हैं. जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की रिहाई को लेकर पीटीआई कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे देखते हुए इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि व्हाट्सएप पर भी बैन लगा दिया गया है.;
PTI Protest : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के एलान के बाद अब देशभर में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. देश के कई हिस्सों से पीटीआई कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद आ रहे हैं. वहीं, उन्हें रोकने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. सड़कों पर बड़े-बड़े कंटेनर रखे गए हैं.
स्थानीय मीडिया 'डॉन' के मुताबिक, इमरान खान ने 13 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था. उन्होंने कहा था कि यह गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा प्रदर्शन है. इसका मकसद देश में लोकतंत्र, कानून और मानवाधिकारों को बहाल करना है.
अगस्त 2023 में इमरान को किया गया था गिरफ्तार
अगस्त 2023 में कई मामलों में इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था. उनकी रिहाई और 8 फरवरी के चुनावों में हुई कथित धांधली को लेकर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीर-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इंटरनेट निलंबित, व्हाट्सएप पर भी लगा बैन
बता दें कि पीटीआई के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए इंटरनेट निलंबित कर दिया गया है... व्हाट्सएप पर भी बैन लगा दिया गया है. वहीं, गृह मंत्रालय ने बताया कि वाईफाई और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं केवल सुरक्षा चिंताओं वाले क्षेत्रों में निलंबित रहेंगी. देश के बाकी हिस्सों में ये सेवाएं चालू रहेंगी.
लाहौर रेलवे स्टेशन पर बढ़ाई गई सुरक्षा
पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए लाहौर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस्लामाबाद और रावलपिंडी जाने वाले मार्ग बंद किए जाने की वजह से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान आतंकी हमला होने की आशंका को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
राष्ट्रीय राजमार्ग एवं मोटरवे पुलिस ने घोषणा की है कि छह प्रमुख मोटरमार्ग शुक्रवार रात से रखरखाव के कारण सभी प्रकार के यातायात के लिए बंद रहेंगे. यात्रियों को इस अवधि के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है. जिन मार्गों को बंद करने की बात कही गई है, उनमें M-1 इस्लामाबाद से पेशावर, M-2, इस्लामाबाद से लाहौर, M-3 लाहौर से अब्दुल हकीम, M-4 पिंडी भट्टियन से मुल्तान,M-14 हकला से यारिक और M-11 लाहौर से सियालकोट मार्ग शामिल हैं.
गुरुवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा कि पीटीआई का विरोध प्रदर्शन गैर कानूनी है. उसने सरकार को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया. बता दें कि बेलारूस के राष्ट्रपति अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ 25 नवंबर को पाकिस्तान आ रहे हैं.
क्यों प्रदर्शन कर रहे पीटीआई कार्यकर्ता?
पीटीआई की तीन प्रमुख मांगे हैं. पहला इमरान खान और उसके कार्यकर्ताओं को रिहा करना. दूसरा, संसद में पास 26वें संविधान संशोधन को वापस लेना... और तीसरा, 2024 में हुए चुनाव नतीजों को मानना, जिसमें इमरान की पार्टी ने 93 सीटों पर जीत दर्ज की थी... इमरान खान ने कार्यकर्ताओं से साफ कह दिया है कि प्रदर्शन में शामिल हो या पार्टी छोड़ दो.
बता दें कि इमरान को 5 अगस्त 2023 को तोशाखाना मामले में कोर्ट ने दोषी करार दिया था, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. उन्हें इस मामले में 14 साल की जेल हुई है. यह मामला सरकारी तोहफों को बेचने से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, उन्हें साइफर केस, यानी सरकारी दस्तावेजों के चोरी करने के मामले में 10 साल, जबकि फर्जी निकाह यानी इद्दत केस में 17 साल की जेल हुई है. इमरान के जेल में रहते हुए उनकी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने 242 सीटों में से 93 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
इमरान ने आम चुनावों को फर्जी बताया है. ऐसे में शहबाज शरीफ की सरकार कभी नहीं चाहेगी कि इमरान जेल से बाहर आएं...क्योंकि जेल से बाहर आने पर वे फिर से चुनाव कराने की मांग करेंगे.