कैसी है ये दीवानगी! फुटबॉल मैच दौरान भिड़ गए फैंस, अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नजीरेकोर पुलिस स्टेशन में भी तोड़फोड़ की और आग लगा दी. पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी में डौम्बौया ने सितंबर 2021 में राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को पद से हटाकर करके बलपूर्वक सत्ता पर कब्जा कर लिया था.;

Guinea Football Match Fans clashed
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On :

Guinea Football Match Fans clashed: शायद आपने पहले ऐसा नहीं सुना होगा कि फैंस के बीच तू-तू मैं-मैं इतनी बढ़ जाए की बात मरने और मारने पर आ गई. हिंसा ऐसी की दर्जनों लोगों ने दम तोड़ दी. दरअसल, गिनी के दूसरे सबसे बड़े शहर एन'जेरेकोर में एक फुटबॉल मैच के दौरान दो पक्षो के फैंस के बीच झड़प हो गई, जहां 100 अधिक लोगों की मौत हो गई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'अस्पताल में जहां तक ​​नजर जाती है, शव कतारों में पड़े हैं. अन्य लोग गलियारे में फर्श पर पड़े हैं. मुर्दाघर भरा हुआ है.' उन्होंने नाम इसलिए नहीं बताया क्योंकि उन्हें मीडिया से बात करने का अधिकार नहीं है.

विवाद बढ़ा और मरने वालों की संख्या भी

उन्होंने आगे कहा कि करीब 100 लोग मारे गए हैं. स्थानीय अस्पताल और मुर्दाघर में शव भरे पड़े हैं. एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि दर्जनों लोग मरे हैं. हालांकि, अब तक पूरा आंकड़ा सामने नहीं आया है. शायद मरने वालों की संख्या ताजा आंकड़ों से कहीं अधिक हो.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मैच के बाहर सड़क पर अपरातफरी और जमीन पर बड़ी संख्या में शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, किसी ने भी इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नजीरेकोर पुलिस स्टेशन में भी तोड़फोड़ की और आग लगा दी.

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'यह सब रेफरी के विवादित निर्णय से शुरू हुआ. इसके बाद प्रशंसकों ने मैदान पर कब्जा कर लिया.' उसने सुरक्षा कारणों से अपना नाम गुप्त रखने का अनुरोध किया.

स्थानीय मीडिया ने कहा कि यह मैच गिनी के जुंटा नेता ममादी डौम्बौया के सम्मान में आयोजित एक टूर्नामेंट का हिस्सा था, जिन्होंने 2021 में तख्तापलट करके सत्ता पर कब्जा कर लिया था और खुद को राष्ट्रपति बना लिया था. इस तरह के टूर्नामेंट पश्चिमी अफ्रीकी देश में आम हो गए हैं. इसका कारण डुम्बौया की नजर अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में संभावित दावेदारी पर है और राजनीतिक गठबंधन बन रहे हैं.

Similar News