क्या धरती पर एलियंस आते- जाते हैं? UFO पर पेंटागन की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय, पेंटागन ने UFO (UFO) और एलियंस पर एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कई महत्वपूर्ण खुलासे किए गए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 मई 2023 से 1 जून 2024 के बीच अमेरिकी अधिकारियों ने सैकड़ों रिपोर्टें दर्ज कीं, जिनमें आसमान में उड़ती हुई अज्ञात वस्तुएं देखे जाने का दावा किया गया था.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 19 Nov 2024 11:29 AM IST

अमेरिका रक्षा मंत्रालय के हेडक्‍वॉर्टर पेंटागन ने UFO और एलियंस पर एक नई रिपोर्ट जारी की है. जिसमें कई खुलासे किए गए हैं. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 मई 2023 से 1 जून 2024 तक अमेरिकी अधिकारियों ने सैकड़ों ऐसी रिपोर्ट दर्ज कराई गईं हैं जिसमें आसमान में उड़ती हुई किसी अज्ञात चीज को देखे जाने का दावा किया गया था.

रिपोर्ट के अनुसार, मई 2023 से जून 2024 के बीच 757 नए UAP मामलों की जांच की गई, जिससे रिपोर्ट की कुल संख्या1,652 पहुंच गई है. इन घटनाओं का विश्‍लेषण सुरक्षा की दृष्टि से किया गया. साथ ही इनमें से कई को यूएफओ से भी जोड़ा गया, हालांकि इनमें ऐसा कोई फूलप्रूफ संकेत नहीं मिला है कि ये दूसरे ग्रह से आए हैं.

पेंटागन UFO और एलियंस पर नज़र क्यों रखता है?

पेंटागन ने इस रिपोर्ट में यह भी कहा कि अब तक किसी भी UAP मामले में एलियन, उनकी गतिविधियों या कोई विदेशी तकनीक का कोई साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन यह भी सच है कि रिपोर्ट में यह जो घटनाओं आई हैं वे अब तक की सबसे बड़ी संख्या में है और इससे UFO और एलियन की तलाश में लगे लोगों को उत्साह बढ़ा है

रिपोर्ट के मुताबिक, 485 नए UAP घटनाओं की जानकारी मिली और 2021-2022 की 272 घटनाओं को पहली बार शामिल किया गया है. यानी कुल मिलाकर AARO ने 1652 यूएपी रिपोर्ट पर काम किया है. इनमें 243 मामलों पर सामान्य घटनाओं के रूप में समाप्त कर दिया गया. जबकि 49 को गुब्बारे, पक्षी या ड्रोन जैसी वस्तुओं के रूप में वर्गीकृत किया गया. हालांकि, 444 मामलों को अतिरिक्त जांच के लिए संग्रहीत किया गया क्योंकि इनके बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं थी.

हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सैकड़ों अन्य मामले अभी भी अस्पष्ट हैं. रिपोर्ट के लेखकों ने इस बात पर जोर दिया कि यह अस्पष्टता मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि इन घटनाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी या साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं, जो ठोस निष्कर्षों तक पहुँचने में सहायक हो सकते थे. AARO के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसी स्थिति में अधिक शोध और विश्लेषण की आवश्यकता होती है, ताकि इन घटनाओं का सही तरीके से मूल्यांकन किया जा सके और किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुँचा जा सके.

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