पाकिस्‍तान में डेटिंग है बैन, फिर भी हिट हो रहे मैरिज ऐप, 'रिश्‍ता आंटियों' को मिल रही कड़ी चुनौती

मैच मेकिंग ऐप को पाक में सही नहीं माता जाता. इसके बावजूद लोग इसे शादी करने के एक अच्छे तरीके रूप में देख रहे हैं. लाहौर में एक टेक्सटाइल डिजाइनर एजा नवाज ने ऐप के जरिए शादी करने का अनुभव साझा किया है. 1.2 मिलियन पाकिस्तानियों ने इस पर पंजीकरण कराया है;

Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 25 Oct 2024 10:14 AM IST

Pakistan: डिजिटल युग में ऑनलाइन ऐप के माध्यम से शादी-ब्याह भी होने लगे हैं. आज के समय में लोग मैच मेकिंग ऐप से जरिए मिलते हैं और शादी कर काफी खुश रहते हैं. लेकिन पाकिस्तान में इस ऐप को सही नहीं माना जाता है.

मैच मेकिंग ऐप को पाक में सही नहीं माता जाता. इसके बावजूद लोग इसे शादी करने के एक अच्छे तरीके रूप में देख रहे हैं. लाहौर में एक टेक्सटाइल डिजाइनर एजा नवाज ने ऐप के जरिए शादी करने का अनुभव साझा किया है.

एजा नवाज ने शेयर किया एक्सपीरियंस

एजा नवाज ने मीडिया को बताया कि मेरे दोस्त ने किसी ऑनलाइन मिले शख्स से शादी की और वह बहुत खुश नजर आया. तो मैंने सोचा कि हमने तो पारंपरिक तरीके से आंटियों के जरिए ही शादी रचाई है. तो चलो एक बार इसे भी आजमाया जाए. पाक में मैच मेकिंग ऐप की पहुंच बढ़ती जा रही है. इसलिए मैंने ऐप से रिश्ता देखने का फैसला किया.

ऐप के जरिए ढूंढा रिश्ता

एजा नवाज ने बताया कि ऐप के जरिए मैं वसीम अख्तर से मिली. इसके बाद तीन महीने हमारी शादी हो गई. उन्होंने कहा कि परिवार को शामिल करने से पहले हम कुछ डेट पर गए. हमने समय लिया और फिर शादी की. एजा ने पति वसीम ने कहा कि "मैं लोगों को तब तक नहीं बताता कि मैं अपनी पत्नी से कैसे मिला, जब तक मुझे यकीन न हो जाए कि वह व्यक्ति हमारे बारे में कोई राय नहीं बनाएगा."

ऐप से कितनी हुई शादियां

आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में मैच मेकिंग ऐप से चर्चा में आने लगा काफी लोग इसकी मदद से शादी का रिश्ता देखने लगे. इसकी शुरुआत होने के बाद से 1.2 मिलियन पाकिस्तानियों ने इस पर पंजीकरण कराया है और 15,000 लोग पहले ही शादी कर चुके हैं. विवाह संबंधी ऐप्स स्वयं को "हलाल" या इस्लाम में स्वीकार्य बताते हैं, तथा गोपनीयता के लिए प्रोफाइल इमेज को धुंधला करने का ऑप्शन मिलता है. साथ ही यह स्पष्ट करते हैं कि उनका उद्देश्य विवाह प्रस्ताव तक पहुंचना है. लेकिन वे टिंडर जैसे अनौपचारिक डेटिंग ऐप पाकिस्तान में "अनैतिक" होने के कारण बैन हैं.

परिवार की मर्जी से शादी के आंकड़े

गैलप और गिलानी पाकिस्तान के एक सर्वेक्षण के अनुसार, 80 प्रतिशत से अधिक पाकिस्तानियों ने विवाह तय कर लिया है. जिसमें परिवार विवाह का निर्णय लेते हैं. कई बार तो लड़के और लड़की की मुलाकात के बिना ही सगाई तय कर दी जाती है. माता-पिता पूरा परिवार रिश्ता देखने के लिए पेशेवर रिश्ता आंटियों की मदद लेते हैं. उनकी पहली पसंद सोच होती है कि लड़की अपने होने वाले ससुराल वालों के लिए चाय बनाते समय कैसी दिखती है.

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