शादी ना बाबा ना! चीन में शादी से क्यों भाग रहे हैं युवा? रिपोर्ट पढ़कर फटी की फटी रह जाएंगी आंखें
चीन में लोग शादी करने से कतरा रहे हैं. युवाओं की शादी में दिलचस्पी खत्म होती जा रही है. इस साल चीन में पहले 9 महीने शादियों के रजिस्ट्रेशन में भारी गिरावट दर्ज की गई है. नागरिक मामलों के मंत्रालय ने शादी के रजिस्ट्रेशन संबंधित आंकड़े जारी किए. जिसमें पता चला कि धीमी अर्थव्यवस्था और जीवनयापन की बढ़ती लागत की वजह से युवा शादी से बच रहे हैं. इससे चीन में जन्मदर भी घट रही है.;
China News: कहते हैं जिंदगी गुजारने के लिए जीवनसाथी का होना बेहद जरूरी है. हमें किसी न किसी मोड़ पर पार्टनर की जरूरत पड़ती है, जो हाथ पकड़कर मीलों दूर हमारे साथ चल सके. लेकिन आज के समय में युवा शादी नहीं करना चाह रहे हैं. चीन में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन में लोग शादी करने से कतरा रहे हैं. युवाओं की शादी में दिलचस्पी खत्म होती जा रही है. इस साल चीन में पहले 9 महीने शादियों के रजिस्ट्रेशन में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
शादी करने से बच रहे युवा
चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने शादी के रजिस्ट्रेशन संबंधित आंकड़े जारी किए. जिसमें पता चला कि धीमी अर्थव्यवस्था और जीवनयापन की बढ़ती लागत की वजह से युवा शादी से बच रहे हैं. इससे चीन में जन्मदर भी घट रही है. इस साल की पहली तीन तिमाहियों के करीब 47 लाख जोड़ों ने शादी के लिए रजिस्टर कराएं हैं. जो कि बीते साल से साढ़े 9 लाख कम है. पिछले साल पहले 9 महीने में 56 लाख विवाह पंजीकरण दर्ज किए गए थे.
कितना रजिस्टर हुईं शादियां?
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2024 में चीन में पहले से कम लोग शादी कर रहे हैं. यहां जनवरी से सितंबर 2024 के बीच करीब 4.747 मिलियन कपल ने अपनी शादियां रजिस्टर कराई हैं. यह आंकड़ा 2023 के इन महीनों के दौरान 943,000 कम है.
चीनी सरकार की बनी समस्या
युवा की शादी में दिलचस्पी खत्म होना चीनी सरकार के लिए मुसीबत बन गई है. सरकार लगातार आबादी बढ़ाने पर जोर दे रही है. लेकिन इसके बावजूद युवा शादी करने के लिए उत्सुक नहीं दिख रहे हैं. इससे जनसंख्या कम होती जा रही है. कई लोग भविष्य, नौकरी करना सुरक्षा और बढ़ती जीवन लागत को लेकर चिंतित हैं और शादी को टाल रहे हैं.
तलाश होना बेहद मुश्किल
चीनी सरकार ने हाल ही में संशोधन कर शादियों का पंजीकरण आसान और तलाक लेना मुश्किल कर दिया है. इस साल सितंबर तक लगभग 1.97 मिलियन तलाक किए गए. इनमें बीते साल के मुकाबले 6,000 की मामूली गिरावट आई है. 9 माह में तलाक के 19 लाख से अधिक आवेदन आए हैं.