आसिम मुनीर की मुराद पूरी! BLA और मजीद ब्रिगेड अब आतंकवादी संगठन, आतंक पर वार या राजनीतिक चाल?

अमेरिका ने 11 अगस्त 2025 को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके छद्म नाम मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) घोषित कर दिया. 2019 से सक्रिय इन समूहों ने कराची, ग्वादर और क्वेटा में कई बड़े हमले किए. अब अमेरिका में इनकी संपत्तियां जब्त होंगी और किसी भी तरह की मदद कानूनी अपराध मानी जाएगी.;

( Image Source:  Sora AI )
Edited By :  नवनीत कुमार
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अमेरिका ने 11 अगस्त 2025 को एक अहम कदम उठाते हुए बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके छद्म नाम मजीद ब्रिगेड को आधिकारिक तौर पर विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) घोषित कर दिया. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान में कहा कि 2019 से BLA ने कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिनमें मजीद ब्रिगेड के हमले भी शामिल हैं.

BLA पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत बलूचिस्तान में सक्रिय है और खुद को आजाद बलूचिस्तान के लिए लड़ने वाला संगठन बताता है. इसे मजीद ब्रिगेड के नाम से भी जाना जाता है. दशकों से यह संगठन पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष चला रहा है और कई बार सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती दे चुका है.

पहले भी रही अमेरिका की निगरानी में

अमेरिका ने 2019 में ही BLA को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी संगठन (SDGT) की सूची में डाल दिया था. तब से लेकर अब तक इस संगठन ने कई आत्मघाती विस्फोट, हाई-प्रोफाइल हमले और ट्रेन अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम दिया. इनमें हाल ही में हुई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन की घटना भी शामिल है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी.

कराची से क्वेटा तक फैले हमले

अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार 2024 में BLA ने कराची हवाई अड्डे और ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर के पास हुए आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी. मार्च 2025 में इसने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाइजैक कर 31 लोगों की हत्या और 300 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाया. इन घटनाओं ने न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरे में डाल दिया.

FTO घोषित होने के कानूनी असर

अब BLA और मजीद ब्रिगेड को अमेरिका में किसी भी तरह की वित्तीय मदद देना या सहयोग करना गंभीर आपराधिक अपराध होगा. अमेरिकी सरकार उनकी संपत्तियों को जब्त कर सकती है और अन्य देशों के साथ मिलकर उनके नेटवर्क को खत्म करने की कार्रवाई कर सकती है. यह कदम आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने की दिशा में अहम माना जा रहा है.

पाकिस्तान का पुराना रुख

पाकिस्तान सरकार पहले ही BLA को आतंकवादी संगठन घोषित कर चुकी है. यह संगठन खनिज-समृद्ध बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग कर रहा है और अक्सर वहां के बुनियादी ढांचे व सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाता है. हाल ही में अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को भी FTO घोषित किया था.

अमेरिका-पाकिस्तान रिश्तों में गर्माहट

हाल के दिनों में अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में नरमी देखने को मिली है. खासकर आतंकवाद विरोधी मुद्दों पर दोनों देशों का रुख करीब आया है. अमेरिकी फैसले को इसी कूटनीतिक समीकरण का हिस्सा माना जा रहा है, जिससे पाकिस्तान को बलूच विद्रोह पर सख्ती के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है.

आर्मी चीफ का अमेरिका दौरा

पाकिस्तान के आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर डेढ़ महीने में दूसरी बार अमेरिका पहुंचे हैं. हालांकि उनके दौरे का शेड्यूल गोपनीय रखा गया, लेकिन वहां से लौटने के बाद उन्होंने भारत के खिलाफ बयान दिया. माना जा रहा है कि इस दौरे में आतंकवाद और सुरक्षा सहयोग पर कई अहम बातचीत हुई, जिसका सीधा असर BLA को FTO घोषित करने के अमेरिकी फैसले पर पड़ा.

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