पोप फ्रांसिस के निधन के बाद वेटिकन की कमान कार्डिनल केविन फैरेल के हाथ, जानिए कौन हैं ये अमेरिकी नेता
पोप फ्रांसिस के निधन के बाद वेटिकन के अंतरिम प्रमुख बने अमेरिकी कार्डिनल केविन फैरेल, अब कैमरलेंगो की अहम भूमिका निभा रहे हैं. फैरेल वेटिकन के प्रशासनिक संचालन, कॉन्क्लेव की तैयारियों और पोप के अंतिम संस्कार की निगरानी कर रहे हैं. डबलिन में जन्मे और डलास के पूर्व बिशप फैरेल की नियुक्ति चर्च में उनके प्रभाव और अनुभव को दर्शाती है.;
पोप फ्रांसिस की मृत्यु के बाद वेटिकन में खाली हुई सीट को भरने की जिम्मेदारी अमेरिकी कार्डिनल केविन फैरेल के कंधों पर आ गई है. एक अंतरिम प्रमुख के रूप में फैरेल 'कैमरलेंगो' की भूमिका निभा रहे हैं. ये उस समय के लिए वेटिकन प्रशासन को संभालते हैं जब तक कि नया पोप नहीं चुना जाता. यह पद बेहद गोपनीय, प्रतिष्ठित और निर्णायक माना जाता है.
कैमरलेंगो के रूप में कार्डिनल फैरेल की सबसे पहली जिम्मेदारी पोप की मृत्यु की पुष्टि करना और वेटिकन के निजी कक्षों को सील करना होता है. इसके बाद वे पोप के अंतिम संस्कार की व्यवस्था, वेटिकन की प्रशासनिक निगरानी और कॉन्क्लेव की तैयारी जैसे अहम कार्यों की देखरेख करते हैं. यह सुनिश्चित करना कि नया पोप गोपनीय और व्यवस्थित तरीके से चुना जाए ये फैरेल का मुख्य कार्य है.
कौन हैं कार्डिनल केविन फैरेल?
कार्डिनल फैरेल का जन्म 1947 में डबलिन आयरलैंड में हुआ था. उन्होंने सलामांका विश्वविद्यालय और ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की. उनकी सेवा की शुरुआत मेक्सिको से हुई, जिसके बाद वे अमेरिका के वॉशिंगटन आर्चडायोसिस से जुड़े. वहां उन्होंने आप्रवासी समुदाय के साथ काम किया और कैथोलिक चैरिटीज़ के निर्देशक बने.
2007 में बने थे डलास के बिशप
2001 में पोप जॉन पॉल द्वितीय ने उन्हें वॉशिंगटन का सहायक बिशप नियुक्त किया और फिर वे 2007 में डलास के बिशप बने. फैरेल का लंबा पादरी और प्रशासनिक अनुभव, विशेषकर अमेरिका में उन्हें वेटिकन के संक्रमण काल में एक स्थिर और विश्वसनीय नेता बनाता है. उनका नेतृत्व इस समय वेटिकन में निरंतरता और अनुशासन का प्रतीक बन गया है.
चार भाषाओं के हैं जानकार
77 वर्षीय फैरेल ना सिर्फ धर्मशास्त्र में पारंगत हैं बल्कि उनके पास नोट्रे डेम विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री भी है. अंग्रेज़ी, स्पैनिश, इतालवी और आयरिश भाषा में उनकी दक्षता उन्हें वेटिकन के वैश्विक नेटवर्क में संवाद और संचालन के लिए एक आदर्श नेता बनाती है. यही वजह है कि वेटिकन के भीतर उनकी संगठनात्मक समझ की तारीफ होती है.
पोप फ्रांसिस ने बनाया था कैमरलेंगो
पोप फ्रांसिस ने 2016 में फैरेल को डिकैस्ट्री फॉर लाॅटी, फैमिली एंड लाइफ का प्रमुख बनाया और फिर कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किया. 2019 में वे कैमरलेंगो बने और 2023 में उन्हें वैटिकन सिटी के सुप्रीम कोर्ट समेत कई प्रभावशाली समितियों का प्रमुख भी बनाया गया. यह उनके ऊपर वेटिकन की उच्च प्रशासनिक जिम्मेदारियों में विश्वास को दर्शाता है.