असम का कार्बी आंगलोंग - जिसे आम तौर पर हरियाली, पहाड़ियों और आदिवासी संस्कृति की शांत पहचान के लिए जाना जाता है - एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस उठा है. दशकों से जमीन, पहचान और वर्चस्व को लेकर सुलगता यह आदिवासी बहुल इलाका अब खुली टकराव की तस्वीर पेश कर रहा है. 25 वर्षीय एक दिव्यांग युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद हालात अचानक बेकाबू हो गए. गुस्से में उतरी भीड़ ने सड़कों पर आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिसके बाद प्रशासन को सेना बुलाने का फैसला लेना पड़ा. हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सेना को पूरे इलाके में फ्लैग मार्च करना पड़ा.