नोएडा के इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. एक अभिभावक विजेंद्र का आरोप है कि उनके बच्चों को केवल फरवरी और मार्च की फीस में थोड़ी देरी होने के कारण स्कूल से बाहर निकाल दिया गया. यही नहीं, स्कूल प्रबंधन ने अब ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) जारी करने से इनकार कर दिया है और अभिभावक द्वारा खरीदी गई नई किताबों की राशि भी लौटाने से मना कर दिया है. अब यह मामला सोशल मीडिया और पेरेंट्स ग्रुप में तेजी से चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का सवाल है – क्या निजी स्कूलों के पास इतना अधिकार है कि वे फीस की थोड़ी देर से भुगतान होने पर बच्चों का भविष्य दांव पर लगा दें?