महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा की शुरुआत एक अफवाह से हुई, जिसमें दावा किया गया था कि दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा औरंगजेब की कब्र को हटाने के विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाया गया है. इस अफवाह ने दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ा दिया, जिसके परिणामस्वरूप झड़पें हुईं और पुलिस पर पथराव किया गया. इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से तीन डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इस बीच AI चैटबॉट, Grok, से पूछा कि नागपुर हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है. आइए जानते हैं...